Pawan Bhojak/ thenews.mobilogicx.com
बीकानेर लोकसभा-2019 के चुनावों में अब रोमांचक स्थिति बन गई है। इस बार नौ प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं। मुख्य रूप से कांग्रेस से मदनगोपाल मेघवाल व भाजपा से अर्जुन मेघवाल प्रत्याशी हैं। मदनगोपाल मेघवाल पहली बार चुनावी रण में उतरे हैं, जबकि अर्जुन मेघवाल तीसरी बार जीत की हैट्रिक लगाने के लिए एडी-चोटी का जोर लगा रहे हैं।
पहली बार अर्जुन मेघवाल ने 2009 में 18,000 वोटों से जीत हासिल की थी। 2009 में मेघवाल के समक्ष रेंवतराम पंवार कांग्रेस प्रत्याशी थे। दूसरी बार 2014 में कांग्रेस के शंकर पन्नू को 308079 मतों से हराया था। दूसरी बार अच्छी बढ़त के साथ जीत मिलने के बाद अब अर्जुन मेघवाल को तीसरी बार काफी मशक्कत उठानी पड़ रही है। हालांकि 2019 का चुनाव अर्जुन मेघवाल के लिए चुनौतियों भरा है, फिर भी अपनी सक्रियता के बूते लगातार जनसम्पर्क में जुटे हुए हैं।
पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी का खुलेआम विरोध के साथ-साथ सबसे बड़ी चुनौती राजस्थान में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सफलता है। कांग्रेस की जीत और भाटी का विरोध मदनगोपाल के लिए भले ही फायदेमंद साबित हो सकते हैं और अर्जुन को बड़ी टक्कर देने में सफल भी। लेकिन जनता जनार्दन है और अब जनता ही तय करेगी कि अर्जुन की हैट्रिक बने या मदनगोपाल को अवसर दे।
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