विरोध के भय में वसुंधरा सरकार !

काले कपड़े वालों पर लगाया प्रतिबंध

बीकानेर। प्रदेश में सत्तारूढ़ वसुन्धरा सरकार इन दिनों विरोध के भय में है। राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को काले झंडे दिखाए जाने के बाद से सरकार में विरोध का भय और भी ज्यादा हो गया है।

विरोध के भय के चलते अब सरकारी कार्यक्रमों में काले कपड़े पहन कर आने वालों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जानकारी के मुताबिक शासन सचिवालय से इस बारे में अनौपचारिक रूप से विभागाध्यक्षों एवं सभी जिलों के कलक्टरों को निर्देश जारी किए गए हैं।

शिक्षक दिवस पर पांच सितंबर को होने वाले शिक्षक सम्मान समारोह में भी काले कपड़े पहनकर आने वाले शिक्षकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। शिक्षकों से कहा गया है कि वह ना तो काले कपड़े पहनकर समारोह स्थल पर आएं और ना ही काला बैग या रूमाल अपने साथ लेकर आएं।

वसुन्धरा सरकार राजस्थान विधानसभा चुनाव से करीब तीन महीने पहले पांच सिंतबर को होने जा रहे शिक्षक सम्मान समारोह का भी राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश में है।

इसी के तहत प्रदेश के इतिहास में पहली बार एक साथ 80 हजार शिक्षकों को सम्मानित किया जा रहा है। इनमें नवनियुक्त शिक्षक शामिल होंगे। इन्हें ‘श्रीगुरुजी सम्मान’ से सम्मानित किया जाएगा।

सरकारी योजनाओं के लाभार्थिंयों के बाद अब प्रदेश के 80 हजार शिक्षकों को लाभार्थी के रूप में जयपुर बुलाकर बड़े पैमाने पर समारोह आयोजित करने का मकसद वसुन्धरा सरकार की ओर से राजनीतिक लाभ लेना ही है।

समारोह में उन्हीं 80 हजार शिक्षकों को बुलाया जा रहा है, जिनकी नियुक्ति भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुई है। समारोह में कोई भी प्रवेश पत्र दिखाने के बाद ही प्रवेश पा सकेगा।

गौरतलब है कि बीकानेर में 27 जुलाई को दो दिवसीय प्रवास के दौरान कांग्रेस पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को काले झण्डें दिखा कर विरोध किया था। जिसके तुरन्त बाद ही सादुल क्लब मैदान पर नगर विकास न्यास के अध्यक्ष महावीर रांका की ओर से आयोजित हेलमेट वितरण कार्यक्रम में काले कपड़े पहने पुरुष और महिलाओं को भी कार्यक्रम स्थल से बाहर निकाल दिया गया था।

इसके बाद राजस्थान गौरव यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे का कई जगहों पर विरोध किया गया। इस विरोध को देखते हुए सरकार और पार्टी में भय उत्पन्न हो गया है।

 

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