Bikaner / thenews.mobilogicx.com
बीकानेर के उदयरामसर गांव की बानगी ही अलग है। शिक्षा का क्षेत्र हो या सामाजिक सरोकार का, हर क्षेत्र में उदयरामसर गांव अपनी अलग ही पहचान रखता है।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को वास्तव में तवज्जो देने वाले इसी ग्राम के नरेश यादव ने अपनी बेटी की बंदौली घोड़ी पर बिठाकर निकाली।
उक्त जानकारी देते हुए कुलदीप यादव ने बताया कि नरेश यादव की सुपुत्री रौनक यादव की ढोल-नगाड़ों के साथ घोड़ी पर बिठाकर बन्दौली निकालकर समाज में नई पहल की शुरुआत की है।
हरियाणा के खुर्द जिले के खटोटी गांव में यूको बैंक के सहयाक महाप्रबंधक मनीष यादव के साथ वैवाहिक बंधन में बंधने जा रही उदयरामसर की इस बेटी ने शिक्षा के क्षेत्र में भी अतुलनीय कार्य किए हैं। उदयरामसर गांव की हर बालिका को शिक्षा के लिए प्रेरित करने वाली रौनक यादव वर्तमान में मुरलीसिंह यादव मेमोरियल प्रशिक्षण संस्थान में बीएड में अध्ययनरत हैं।
भाजयुमो अध्यक्ष यशराज यादव ने बताया कि गांव व समाज की इस अनूठी पहल पर महावीरसिंह यादव, डॉ. मनमोहनसिंह यादव, आकाश यादव, संदीप यादव, अरविन्द यादव, प्रदीप यादव, दीपक यादव, टिंक्कू यादव, दिनेश यादव, व विक्की यादव, अनिल यादव तथा मदन सारड़ा व गांव के अन्य गणमान्य जन उपस्थित थे।
पहल करने में पहले उदयरामसर
उदयरामसर के ही दीपक यादव ने बताया कि कुछ समय पूर्व 191 किमी की पदयात्रा कर मात्र 15 घंटों में डाक ध्वजा फहरा बाबा रामदेव के धोक लगाने का रिकॉर्ड भी उदयरामसर के नाम है। यादव ने बताया कि गांव के युवाओं में शिक्षा, स्पोर्ट्स तथा सामाजिक सेवाओं के प्रति उत्साह नजर आता है।