बीकानेर/जयपुर। आने वाले विधानसभा चुनाव में 28 सीटों वाले उदयपुर संभाग का महत्व बढ़ गया है। भाजपा व कांग्रेस दोनों की नजरें सबसे पहले इसी संभाग को साधने पर है।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जहां उदयपुर के चारभुजा मंदिर से सुराज गौरव यात्रा शुरू करने जा रही हैं, वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के भी इसी संभाग से चुनाव अभियान शुरू करने की संभावना है। राजे चार अगस्त से संभाग के सबसे बड़े मंदिरों में से एक चारभुजा से यात्रा शुरू करेंगी।
यह मंदिर राजसमंद जिले में है। वर्ष-2013 में जब भाजपा विपक्ष में थी, तब भी सरकार में आने के लिए राजे ने यहीं से सुराज संकल्प यात्रा शुरू की थी। इस बार राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उनकी यात्रा शुरू कराने आएंगे। अभी पूरा कार्यक्रम तय नहीं है लेकिन बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री एक-एक कर सभी सातों संभागों की यात्रा करेंगी।
उधर, पार्टी सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी भी अगस्त में ही उदयपुर संभाग के किसी स्थान से चुनाव अभियान का आगाज कर सकते हैं। राहुल की पिछली बड़ी सभा बांसवाड़ा में ही हुई थी।
गुजरात व कर्नाटक की तर्ज पर राजस्थान में भी राहुल के तीन-तीन दिन के दौरे बनाए जा रहे हैं। वह संबंधित संभाग के सभी प्रमुख विधानसभा क्षेत्रों में सभाएं और रोड शो करेंगे।
इसलिए है उदयपुर पर नजर
उदयपुर संभाग में उदयपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ और डूंगरपुर जिले आते हैं। ये सभी आदिवासी बहुल जिले हैं।
इन जिलों में कुल 28 विधानसभा क्षेत्र हैं और पिछले दो चुनाव के परिणाम के आंकड़े बताते हैं कि इन सीटों पर एक ही पार्टी की लहर चलती है। साल-2008 के चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस ने 96 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी और इनमें से 21 सीटें उदयपुर संभाग से थीं। वहीं वर्ष-2013 के चुनाव में भाजपा ने 163 सीटें जीतीं, इनमें 25 सीटें उदयपुर संभाग से थीं।











