अफीम की तस्करी करने के लिए छीनी थी कार

श्रीडूंगरगढ़ निवासी चालक को पीट कर छीनी थी कार, पांच आरोपी गिरफ्तार।

बीकानेर। पन्द्रह दिनों पहले जयपुर बायपास पर चालक के साथ मारपीट कर उससे कार छीनने के पांचों अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पांचों अभियुक्तों ने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है। प्रथम पूछताछ में यह सामने आया है कि पांचों आरोपी अफीम की तस्करी के लिए इन्होंने श्रीडूंगरगढ़ निवासी खालिद से कार छीनी थी।

पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा ने बताया कि पांचों अभियुक्तों कनीराम पुत्र खींयाराम निवासी दियावड़ी, नागौर, नवदीप सिंह पुत्र गुरुदेवसिंह निवासी अमृतसर, विक्की पुत्र राधेश्याम निवासी अमृतसर, कुलदीपसिंह पुत्र हरदेवसिंह निवासी अमृतसर और गुरुसेवक पुत्र सतनामसिंह निवासी अमृतसर पंजाब को गिरफ्तार कर लिया गया है।

अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के लिए गठित पुलिस टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फूटेज व वारदात के अन्य पहलुओं का गहनता से अनुसंधान करने के बाद सफलता हासिल की है।

ये था मामला

श्रीडूंगरगढ़ निवासी खालिद पुत्र अयूब ने 13 अक्टूबर को वहीं थाने में रिपोर्ट दी थी। जिसमें उसने कहा था कि उसके पास उसके चाचा का फोन आया था जिसमें उन्होंने श्रीडूंगरगढ़ से बीकानेर सवारी ले जाने को कहा था। कुछ देर बाद वह कार लेकर श्रीडूंगरगढ़ चौराहे पर पहुंच गया तो वहां एक अनजान शख्स उसके पास पहुंचा और बीकानेर ले जाने की बात कही।

वह शख्स कार में उसके पास बैठ गया और वे लोग बीकानेर के लिए रवाना हो गए। राजमार्ग पर वे कुछ ही दूर चले थे कि उस शख्स के तीन साथी वहीं सड़क पर खड़े मिल गए। वे तीनों भी कार में सवार हो गए।

खालिद ने पुलिस को बताया था कि जयपुर बायपास पर पहुंचे ही थे कि उन लोगों ने कार रुकवा दी और सभी बाहर निकल कर खड़े हो गए। कुछ देर बाद उसने उन लोगों को देरी होने का कहा तो पीछे से किसी ने उस पर वार कर दिया और उसे नीचे गिरा कर बुरी तरह से पीट दिया।

आरोपियों ने उसकी आंखों में मिर्ची झोंक दी और वहीं पास लगी झांडिय़ों में ले जाकर रस्सी से बांध दिया। इस दौरान उसकी जेब में रखे रुपए व अन्य सामान और कार लेकर आरोपी वहां से फरार हो गए थे।

वारदात का ये था तरीका

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नागौर निवासी अभियुक्त कनीराम पंजाब में सड़क निर्माण कार्य में मजदूरी करता था। वहां उसके साथी नवदीप, विक्की, कुलदीप और गुरुसेवक अवैध अफीम की तस्करी करने की योजना बनाई।

अफीम खरीदने के लिए अपनी मोटरसाइकिल व अन्य सामान गिरवी रख कर पैसे जुटाए और नागौर पहुंच गए। वहां कुछ दिन रुकने के बाद तस्करी के लिए कार का इंतजाम करने के लिए श्रीडूंगरगढ़ पहुंच गए।

वहां कार लूट की योजना बना कर कार सहित जयपुर बायपास पर पहुंचे और वहां वारदात को अंजाम दिया। घटना के बाद आरोपी लूटी गई कार को नागौर के पास लावारिस हालत में छोड़़ कर पंजाब चले गए थे।

ये थी पुलिस की टीम

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण लालचन्द कायल के दिशानिर्देश में श्रीडूंगरगढ़ थानाप्रभारी प्रदीप सिंह चारण, एसआई राजेन्द्र कुमार, हैड कांस्टेबल रामकेश, कांस्टेबल राकेश, तेजपाल, मुकेश थे। साइबर सेल के दीपक यादव ने इस मामले को ट्रेस आउट करने में विशेष योगदान दिया।

 

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