निर्दयता : चिंकारा को मारा और पेड़ से लटका दिया …देखें वीडियो

बीकानेर thenews.mobilogicx.com

नापासर कस्बे के जयसिंहदेसर कलियाँ कि रोही शिकारियों ने चिंकारा को पेड़ से लटका दिया। चिंकारा को रस्सी के सहारे पेड़ से लटका हुआ देखकर वहां ग्रामीणों और जीव रक्षा संस्था के पदाधिकारी एकत्र हो गए।

बाद में पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। शव को पेड़ से उतरवाकर वन विभाग को सुपुर्द कर दिया गया है। बीकानेर के पशु चिकित्सालय में उसके शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। आरोपियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।

जानकारी के अनुसार नापासर इलाके के रामसर गांव के एक खेत में गुरुवार शाम को एक चिंकारा हिरण खेजड़ी के पेड़ से रस्सी के सहारे लटका हुआ था. उसके सिंगों को रस्सी से बांधकर पेड़ से लटकाया हुआ था।

जीव रक्षा संस्था के अध्यक्ष मोखराम धारणियां ने चिंकारा को पेड़ से लटकते देख संस्था के अन्य पदाधिकारियों और ग्रामीणों को सूचना दी। इस पर वहां बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। बाद में पुलिस और वन विभाग को सूचना देकर मौके पर बुलाया गया।

पुलिस ने चिंकारा के शव को उतरवाकर उसे वन विभाग की टीम के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने खेत मालिक को बुलाकर पूछताछ की तथा शक के आधार पर पुलिस ने कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ की है, लेकिन अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं लग पाया है।

धारणिया ने बताया कि रामसर निवासी मुरलीधर व बिरमाराम गोदारा को नामजद किया गया है। हाल ही में कुंभलाई तलाई शिकार प्रकरण में ओमपाल सिंह व शीशपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया है।

निर्दयता की सीमाएं लांघी…

जीव रक्षा संस्था के अध्यक्ष मोखराम धारणिया ने बताया कि चिंकारा को मारने से पहले उसे लाठी से पीटा गया, उसके शरीर में नुकीले सरिए अथवा तार घोंप-घोंप कर अवशेष बाहर निकाला गया। धारणिया ने कहा कि यह शिकार भक्षण के लिए नहीं बल्कि द्वेषता जाहिर करने के लिए किया जाना प्रतीत हो रहा है।

धारणिया ने बताया कि शिकारी हमेशा शिकार करने के बाद में चिंकारा अथवा हिरण को साथ ले जाता है लेकिन यह घटना शिकारी की बर्बरता को दर्शा रही है।

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