शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे रविवार (16 जून) को अयोध्या पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी पार्टी के 18 नवनिर्वाचित सांसदों के साथ अस्थायी रामलला मंदिर (ram lala mandir) में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हिंदुवादी सरकार है, सबका मानना है मंदिर बनना चाहिए तो मंदिर बनकर ही रहेगा।
उद्धव के साथ उनके बेटे आदित्य और शिव सेना के 18 नवनिर्वाचित सांसद भी थे। इसके बाद वह मुंबई के लिए रवाना हो गए। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव हैं। ठाकरे की अयोध्या यात्रा को राम मंदिर मुद्दे को लेकर भाजपा पर दबाव बनाने की शिवसेना (shivsena) की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, शिवसेना ने कहा है कि ठाकरे के दौरे को चुनावी नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए।
पार्टी के नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि ठाकरे ने नवंबर में कहा था कि वह चुनाव के बाद दोबारा अयोध्या आएंगे। इसके चलते ही वह यहां आए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पिछले सप्ताह पूजा करने के लिए अस्थायी रामलला मंदिर पहुंचे थे। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद उनकी यह यात्रा विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण के लिए समर्थन दोहराने पर केंद्रित थी। राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद स्थल को लेकर उच्चतम न्यायालय में मामले की सुनवाई चल रही है।