मुख्यमंत्री के खिलाफ भी अपना उम्मीदवार उतारेगा राजपूत समाज
जयपुर। राजपूत समाज और भाजपा के बीच चल रही नाराजगी अब भी दूर होने का नाम नही ले रही है। राजपूतों ने विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और राजपूत मंत्रियों के खिलाफ उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है।
जयपुर में राजपूतों और रावणा समाज संघर्ष समिति के बैनर तले हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है। प्रदेश के राजपूत समाज के 25 से भी ज्यादा संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
संघर्ष समिति के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाडा ने इस बैठक में आगे की रणनीति बनाने और उनके निर्णयों को सर्वमान्य तरीके से मानने की बात कही। साथ ही बैठक में लोटवाडा ने ‘कमल का फूल हमारी भूल’ के पोस्टर का विमोचन भी किया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि लगभग साढ़े तीन महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव में राजपूत समाज मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ अपना प्रत्याशी उतारेगा। साथ ही राजपूत समाज के तमाम मंत्रियों के खिलाफ भी उम्मीदवार उतारे जाएंगे।
वहीं इस प्रतिनिधी सम्मेलन में तय किया गया कि इस बार कांग्रेस को भी राजपूत समाज उपचुनावों की तरह आंख मिचकर समर्थन नहीं देगा।
यदि कांग्रेस ने राजपूतों को उचित प्रतिनिधित्व और सरकार बनने पर उनकी मांगों को मानने को लेकर कोई ठोस समझौता नहीं किया तो कांग्रेस भी उनके वोटों की हकदार नहीं होगी। इस ऐलान ने साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव में समाज भाजपा के लिए विरोधी के तौर पर काम करेगा।
जानकारी के मुताबिक इस सम्मेलन में श्री राजपूत करणी सेना, श्री रावणा राजपूत संस्था, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, श्री राजपूत सभा जयपुर, मारवाड़ राजपूत सभा जोधपुर, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा, हाड़ौती क्षत्रिय महासभा, जय राजपूताना संघ, राजपूत विकास परिषदए,ओम बन्ना टाइगर फोर्स, श्री दुर्गा दल, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, राजपूत युवा परिषद, राजपूत आरक्षण मंच युवा, बीकानेर क्षत्रिय महासभा, दिल्ली राजपूत सभा आदि संगठनों के पदाधिकारी मौजूद रहे।