ओडिशा में सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले के आरोपियों के बरी होने पर लोगों में काफी रोष है। प्रदर्शन के दौरान महिला आक्रोशित हो गई और पुलिस भी बेपरवाही से प्रदर्शनकारियों को खदेडऩे लगे। गौरतलब है कि 2011 में 19 साल की एक लड़की से बलात्कार हुआ था और कोमा में रहने के दौरान 2012 में उसकी मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर राज्यव्यापी रोष व्याप्त हो गया था। ऐसे आरोप थे कि महारथी ने आरोपियों को संरक्षण दिया था। दरअसल 24 दिसंबर 2018 को अतिरिक्त जिला न्यायाधीश की अदालत ने इस मामले में गिरफ्तार दो लोगों को बरी कर दिया था।











