राजधानी जयपुर (Jaipur) में हरमाड़ा इलाके से गुजर रही हिंदुस्तान पेट्रोलियम की पाइप लाइन से तेल चोरी करने का मामला सामने आया है। शातिर चोरों ने मुख्य तेल पाइप लाइन से करीब 30 मीटर दूर स्थित मकान तक बाकायदा सुरंग बनाई। उससे निकलने वाली मिट्टी को कट्टों में भरकर साइड में लगाते रहे। ऊपर व दोनों तरफ लकड़ी के फंटे लगाकर ढक दिया। करीब आधा इंची लोहे का पाइप लगाकर उस मकान के पानी के टैंक में ले गए।
चोरों ने मकान को तो मुख्य कंट्रोल रूम बनाया और वहां से पाइप लाइन कुछ दूर स्थित दूसरे मकान में जोड़ दी। वहां सही प्रेशर से तेल आने लगा तो करीब 60 मीटर दूर एक और मकान में लाइन जोड़ दी। रोजाना करीब 3 हजार लीटर तेल चुराते थे। आसपास रहने वाले लोगों को भी इसकी भनक नहीं लगी।
लोगों का कहना है कि लोडिंग गाडिय़ां तो आती थीं लेकिन तेल चोरी का किसी को अंदेशा नहीं था। हरमाड़ा इलाके से गुजर रही पाइप लाइन में सेंध इतनी चतुराई से लगाई गई कि माजरा देखकर एकबारगी पुलिस भी सन्न रह गई। बदमाश 3000 लीटर डीजल रोजाना चुरा रहे थे। वहां टैंक में 2000 लीटर डीजल भरा मिला। तेल सीकर, झुंझुनंू सहित कई जिलों में सप्लाइ करते थे।
चौमूं पुलिस की नाकाबंदी में बुधवार को पिकअप की तलाशी ली गई तो उसमें तेल से भरे कई ड्रम मिले। गाड़ी में सवार 6 युवकों ने पेट्रोल पम्प का बिल दिखाया लेकिन पुलिस को संदेह हुआ। इतनी मात्रा में तेल ले जाने का क्या कारण है, इस सवाल का आरोपी स्पष्ट जवाब नहीं दे सके।
पुलिस रह गई दंग
पुलिस ने हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने तेल चोरी के राजावास स्थित ठिकाने के बारे में बता दिया। युवकों की निशानदेही पर चौमूं और हरमाड़ा पुलिस राजावास इलाके में पहुंची तो माजरा देखकर दंग रह गई। बदमाशों ने पाइप लाइन में छेद कर पाइप जोड़ रखा था जो तीन मकानों से जुड़ा हुआ था। पुलिस का मानना है कि यह खेल सालभर से चल रहा था। पेट्रोलियम अधिकारियों ने भी स्वीकार कि पिछले एक साल से यहां कम प्रेशर की दिक्कत आ रही थी लेकिन चोरी का पता नहीं चल सका।