खुला ट्रेन का पार्सल यान, निकले नोटों के बंडल

पूर्वोत्तर से आने वाली ट्रेनों में की जा रही नोटों की तस्करी

नई दिल्ली। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बिहार से आई ट्रेन के पार्सल यान में नोटों के बंडल निकले। जिन्हें देखते ही वहां मौजूद रेलवे अधिकारी, पुलिस और कस्टम अधिकारी अचम्भित रह गए। कस्टम अधिकारियों ने रेलवे पार्सल के जरिए नोटों की तस्करी का मामला पकड़ते हुए जांच शुरू की।

जानकारी के अनुसार सियालदह से नई दिल्ली पहुंची दुरंतो एक्सप्रेस से पार्सल से दिल्ली पहुंचाए गए 8 बैगों को खोलकर जांच की गई तो इसमें से लगभग 24.60 लाख रुपए बरामद हुए। ये रुपए 50 और 10 रुपए के नोटों में थे। सारा पैसा नए नोटों में था। ये पैसा किसने भेजा और इसे दिल्ली में किसको दिया जाना था, इसकी जांच कस्टम के अधिकारी कर रहे हैं।

ऐसे खुला मामला

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के स्टेशन डायरेक्टर संदीप कुमार के पास मंगलवार को लगभग 12.30 बजे कस्टम विभाग के अधिकारी पहुंचे। इन अधिकारियों ने बताया कि उनके पास सूचना है कि सियालदह से नई दिल्ली आ रही दुरंतो एक्सप्रेस में बड़े पैमाने पर रुपया तस्करी कर लाया जा रहा है। इस रुपए की बरामदगी के लिए विशेष टीम बनाई गई। इस टीम में रेलवे व कस्टम विभाग के कुछ कर्मियों को शामिल किया गया।

फटी रह गईं आंखें

सियालदह दुरंतो लगभग 1.30 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नम्बर आठ पर पहुंची। यहां ट्रेन का एसएलआर (वो डिब्बा जिसमें रेलवे में बुक किया हुआ सामान ले जाया जाता है) खुलवा कर सारा सामान उतरवाया गया। इस सामान में संदेह के आधार पर आठ बैग खोले गए।

इन बैगों को जब खोलना शुरू किया गया तो उनमें से एक-एक कर नोटों की गड्डियां निकलनी शुरु हो गईं। ये सारे नोट एकदम नए थे। सारा पैसा 50 और 10 रुपए के नोटों में था। सारा पैसा फिलहाल कस्टम विभाग के अधिकारियों ने जब्त कर लिया है।

अधिकारियों को संदेह है कि पूर्वोत्तर से आने वाली और भी ट्रेनों से इस तरह पैसा एक जगह से दूसरी जगह भेजा जा रहा है। ऐसे में संभव है कि जल्द ही और भी ट्रेनों की जांच जी जाए।

क्यों हो रही रेलवे पार्सल से तस्करी

रेलवे के पार्सल के नियमों के तहत जो भी व्यक्ति पार्सल बुक कराता है पैक किए गए डिब्बे के अंदर क्या सामान है उसकी घोषणा बुक कराने वाले यात्री को खुद ही करती होती है।

रेलवे के कर्मी कभी-कभी ही संदेह के आधार ही इस बात की जांच करते हैं पार्सल के अंदर वही सामान है कि नहीं, जिसकी घोषणा बुक कराने वाले ने की है। इसी नियम का फायदा उठा कर रेलवे में पार्सल बुक करा कर नोटों की तस्करी की जा रही है।

 

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