‘मुख्यमंत्री के गृह जिले में ही बच्चियां नहीं है सुरक्षित’

नैतिकता के नाते इस्तीफा दें मुख्यमंत्री : गौड़

बीकानेर। प्रदेश की बालिकाओं के साथ लगातार हो रहे दुष्कर्म एवं महिलाओं के उत्पीड़न पर नियंत्रण नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री के गृह जिले झालावाड़ में ही बच्चियां सुरक्षित नहीं है। नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। यह कहना है महिला कांग्रेस की शहर अध्यक्ष सुनीता गौड़ का। उन्होंने आज इस बारे में अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा को ज्ञापन भी दिया।

शहर जिला महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि मुख्यमंत्री अपने गृह जिले में ही बच्चियों से हो रहे दुष्कर्म व हत्या की संगीन घटनाओं को नहीं रोक पा रही हैं। प्रदेश में अपराधियों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।

इस साल फरवरी में झालावाड़़ जिले में एक छह वर्ष की बच्ची के साथ ऐसा संगीन हादसा घटा। इसके बाद भी प्रशासन नहीं चेता और 27 जुलाई को झालावाड़ जिले में एक सात वर्षीय बालिका का अपहरण कर दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई। यह बालिका अपने घर के पास मैदान में खेलने गई थी।

उन्होंने बताया कि वर्ष-2018 के प्रथम पांच महीनों में ही पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 1741 दुष्कर्म की घटनाएं प्रदेश में हो चुकी है और वर्ष-2017 में 3305 दुष्कर्म की घटनाएं हुई थी।

प्रदेश में इस साल दुष्कर्म का औसत बढ़कर रोजाना 11 से अधिक हो गया है। लेकिन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सभी जिलों में महिला सुरक्षा के लिए महिला पुलिस की संख्या बढ़ाने, पुलिस बेड़े की जवाबदेही तय करने सहित पॉस्को कोर्ट खोलने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए हैं।

इस अवसर पर प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष सरस्वती लेघा, शहर उपाध्यक्ष सिंवरी चौधरी, मुमताज बानो, ब्लॉक अध्यक्ष मुमताज शेख, संध्या द्विवेदी सहित कई महिलाएं मौजूद थीं।

 

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