विधानसभा चुनाव में कानून व्यवस्था बिगडऩे की आशंका
बीकानेर। प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बिगडऩे की आशंका अभी से लगाई जा रही है। क्योंकि अभी भी साठ हजार से ज्यादा लाइसेंसीहथियार लोगों के घरों में रखे हुए हैं। जबकि इन लाइसेंसी हथियारों को थानों में जमा कराया जाना था, लेकिन स्थानीय पुलिस की ढिलाई के चलते ये हथियार थानों में जमा नहीं करवाए गए हैं।
प्रदेश में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू हो चुकी है और प्रदेश में निष्पक्ष व भय रहित चुनाव के लिए चुनाव आयोग और निर्वाचन विभाग सक्रिय है। इसके बावजूद हथियार धारकों का हथियार जमा नहीं करवाना विभाग के लिए चिंता का विषय है।
प्रदेश में एक लाख अस्सी हजार लाइसेंसी हथियार
जानकारी के मुताबिक प्रदेश में लगभग एक लाख अस्सी हजार लाइसेंसी हथियार हैं। इनमें बंदूक, पिस्टल, टोपीदार बंदूक सहित अन्य हथियार हैं। कलक्टर की अनुमति के बाद ही हथियार लाइसेंस जारी किए जाते हैं। लाइसेंस इस शर्त पर जारी किया जाता है कि जैसे ही विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होगी, वैसे ही लाइसेंसधारी व्यक्ति अपने हथियारों को स्थानीय थानों में जमा करवाएगा।
निर्वाचन विभाग प्रतिदिन ले रहा है पीएचक्यू से जानकारी
थानों में कितने हथियार जमा हो रहे हैं, इसकी जानकारी निर्वाचन विभाग पुलिस मुख्यालय से प्रतिदिन ले रहा है। प्रदेश में जितने लाइसेंसी हथियार जारी किए गए हैं, उनमें से अब भी साठ हजार लाइसेंसी हथियार लोगों के घरों में ही रखे हुए हैं यानि चुनाव आचार संहिता लगने के बाद भी ये हथियार थानों में जमा नहीं हुए हैं। पुलिस अब तक सिर्फ एक लाख बीस हजार लाइसेंसी हथियार ही जमा करवाने में कामयाब हो सकी है।
चुनाव के दौरान उपयोग होने की आशंका
इतनी बड़ी संख्या में अब भी घरों में लाइसेंसी हथियार रखे हुए हैं। ऐसे में आशंका जताई जा रही है विधानसभा चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। क्योंकि अगर किसी मतदान केन्द्र पर कुछ घटना घटित होती है तो आक्रोश में व्यक्ति हथियार का उपयोग कर सकता है। फिलहाल पुलिस ज्यादा से ज्यादा लाइसेंसी हथियारों को जमा करने की कोशिशों में लगी हुई है।











