सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने से नाराज कांग्रेस, देशव्यापी विरोध प्रदर्शन।
नई दिल्ली। सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने से नाराज मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस आज देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि कुछ देर बाद राहुल गांधी सहित अन्य नेताओं को छोड़ दिया गया।
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह फैसला राफेल फोबिया के कारण लिया गया क्योंकि वह आलोक वर्मा राफेल विमान सौदे से जुड़े कागजात एकत्र कर रहे थे।
कांग्रेस ने सीबीआई के निदेशक को छुट्टी पर भेजे जाने को एजेंसी की स्वतंत्रता खत्म करने की अंतिम कवायद बताया है। उधर, केन्द्र सरकार ने इस कार्रवाई का बचाव करते हुये इसे जरूरी बताया।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा, दो हफ्तों में सीवीसी करे जांच, जज करेंगे निगरानी
इस मामले को लेकर सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा की याचिका पर आज सुनवाई हो रही है। कोर्ट ने शुरुआती सुनवाई में कहा कि सीवीसी को इस पूरे मामले की जांच फिर करनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने सीवीसी से कहा कि 10 दिन में जांच की जाए। इस पर सीवीसी ने कहा है कि 10 में जांच संभव नहीं है तो कोर्ट ने कहा कि दो हफ्ते में जांच पूरी होनी चाहिए। वहीं, कोर्ट ने अभी तक सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेजे जाने पर कुछ भी नहीं कहा है।
जानकारी के लिए बता दें कि कोर्ट ने केंद्र सरकार को दोनों दायर याचिकाओं पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। कोर्ट ने अगली सुनवाई 12 नवंबर को रखी है।
कोर्ट ने आज यह भी साफ किया कि कार्यकारी निदेशक एम नागेश्वर राव कोई भी नीतिगत फैसले नहीं ले पाएंगे। इसके साथ कोर्ट ने 23 अक्टूबर से अभी तक राव द्वारा लिए गए फैसलों पर भी बंद लिफाफे में पूरी जानकारी मांगी है।