राडार पर बड़े गैंगस्टर, चुनाव में न हो जेल से खेल

2372
गैंगस्टर

बीकानेर। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश की केन्द्रीय जेलों में काफी हलचल दिखाई दे रही है। जेलों में से अपनी गैंग चला रहे गैंगस्टर जेल प्रशासन के लिए परेशानी बने हुए हैं।

दरअसल, जेलों में चुनाव से पहले मोबाइल का उपयोग बढ़ रहा है। इस वर्ष जेलों में से 138 से ज्यादा मोबाइल जब्त किए जा चुके हैं।
विधानसभा चुनाव को देेखते हुए प्रदेश की सभी जेलें अलर्ट पर हैं। चुनाव तक विशेष सुरक्षा बरतने के लिए मुख्यालय से जेल अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। लगातार जेल प्रशासन जेलों में चैकिंग अभियान चला रहा है।

बदमाश कर सकते हैं चुनाव में दखल

जानकारी के मुताबिक प्रदेश की जेलों में बीस से ज्यादा गैंगस्टर बंद हैं। हालात ये हैं कि साल में दो से तीन बार इनकी जेलें भी बदली जाती है, लेकिन उसके बाद भी ये बदमाश नई जेलों में अपनी धाक जमा लेते हैं। सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं और मोबाइल का उपयोग करते हैं।

गैंगस्टर में आनन्दपाल के भाई और गैंग के बदमाश, राजू ठेहट गैंग के बदमाश, लॉरेंस बिश्नोई और उसकी टीम, मोगली गैंग इसमें शामिल शामिल है। इनमें से बहुत से बदमाशों के राजनीति रसूखात भी माने जाते हैं। लगभग सभी मोबाइल का उपयोग करते पकड़े भी जा चुके हैं।

जैमर को ना, विकल्प नहीं

सलाखों के पीछे मोबाइल के बढ़ते उपयोग के चलते जेल प्रशासन पहले से ही बैकफुट पर आ चुका है। जेल प्रशासन ने मोबाइल को जाम करने के लिए जैमर को अपडेट के लिए मिलने वाली राशि लेने से इनकार कर दिया है। जेल अधिकारियों का मानना है कि जेलों में मोबाइल जाम करने के लिए जैमर उचित विकल्प नहीं हैं, इसके अलावा दूसरे विकल्पों के बारे में अधिकारियों को जानकारी नहीं हैं।

अलर्ट मोड पर जेलें

जेल मुख्यालय के अधिकारियों ने प्रदेश की सभी जेलों में खास तौर पर चुनाव तक तो स्पेशल सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए हैं। जयपुर स्थित जेल मुख्यालय से प्रदेश की सभी केन्द्रीय जेलों और जिला जेलों में दो से तीन बार हर दिन तलाशी लेने को कहा गया है, जबकि पहले हर सात दिनों में एक से दो बार तलाशी अभियान चलाया जाता था।

 

अपना उत्तर दर्ज करें

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.