विधानसभा के पहले दिन ही ये विधायक रहे विवादों में

15वीं विधानसभा

सबसे पहले मुख्यमंत्री – डिप्टी सीएम और मंत्रियों ने ली शपथ

संस्कृत, हिन्दी व अंग्रेजी लेकिन राजस्थानी नहीं….

विधायक बिहारीलाल ने मुंह पर बांधी पट्टी

जयपुर thenews.mobilogicx.com

15वीं विधानसभा के पहले सत्र में सबसे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने शपथ ली। फिर सभी मंत्रियों और विधायको ने शपथ ली।

शपथ के दौरान पूर्व मेयर अशोक लाहोटी ने संस्कृत में शपथ तो जाहिदा खान ने अंग्रेजी में शपथ ली। वहीं कुछ विधायक राजस्थानी में शपथ ग्रहण करना चाहते थे, जिसको लेकर विवाद भी सामने आया।

प्रोटम स्पीकर गुलाबचंद कटारिया ने नवनिर्वाचित विधायको को शपथ दिलाई। श्रीडूंगरगढ़ के माकपा विधायक गिरधारीलाल महिया ने कहा कि उन्हें राजस्थानी में शपथ लेने दी जाए, लेकिन उन्हें मना कर दिया गया।

राजस्थानी के लिए मुंह पर बांधी पट्टी

राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलवाने के लिए नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई पट्टी बांध कर विधानसभा पहुंच गए। भाजपा के सुरेन्द्र सिंह शेखावत ने बताया कि मायड़ भाषा की मांग के लिए विधायक बिश्नोई ने यह पट्टी बांधी तथा इससे पूर्व विधानसभा-सचिव को पत्र लिखकर मायड़ भाषा मे शपथ ग्रहण की अनुमति भी मांगी गई थी। शेखावत ने बताया कि विधानसभा सत्र के पहले दिन ही पट्टी बांध कर पहुंचे विधायक बिश्नोई पर सबकी नजरें रही।

कम से कम 23 जनवरी तक चलेगा कामकाज

आज से शुरू हुई राजस्थान विधानसभा के सत्र का कामकाज कम से कम 23 जनवरी तक चलेगा। हालांकि नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र के दौरान ज्यादा कुछ विधायी कार्य नहीं होंगे, लेकिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद करीब 3 दिन अभिभाषण पर बहस के लिए सुनिश्चित किए गए हैं।

15 और 16 जनवरी को नवनिर्वाचित विधायकों को प्रोटेम स्पीकर गुलाब चंद कटारिया और उनके सहयोगी बनाए गए तीन वरिष्ठ विधायकों द्वारा शपथ दिलाई जाएगी। सबसे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने शपथ ली। फिर मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। मंत्रिमंडल के बाद शेष सदस्यों को वर्णमाला के अनुसार शपथ दिलाई गई।

3 दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर होगी बहस

17 जनवरी को विधानसभा में राज्यपाल कल्याण सिंह का अभिभाषण होगा और उसके बाद सदन के औपचारिक कामकाज की शुरुआत भी होगी। इस दिन पूर्व में दिवंगत हुए राजनेता और विशिष्ट व्यक्तियों के लिए शोकाभिव्यक्ति की जाएगी।

इसके अगले दिन यानि 18 जनवरी से सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद शुरू होगा जो 23 जनवरी तक जारी रहेगा। 23 जनवरी को ही राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार की ओर से सदन में जवाब पेश किया जाएगा। हालांकि इस बीच 19 और 20 जनवरी को सदन की कार्यवाही स्थगित रहेगी। वहीं सदन में आगे का कामकाज क्या रहेगा, यह कार्य सलाहकार समिति की बैठक में तय होगा।

बुधवार 16 जनवरी को विधानसभा के नये अध्यक्ष का निर्वाचन होगा और 17 जनवरी को राज्यपाल कल्याण सिंह का अभिभाषण होगा। 18, 21 एवं 23 जनवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस होगी । 19 और 20 जनवरी को अवकाश रहेगा।

राज्यपाल ने सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ विधायक गुलाब चंद कटारिया को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई। वे आठवीं बार विधायक बने है। बुधवार को नये अध्यक्ष का निर्वाचन होने तक कटारिया इस पद पर रहेंगे। कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी नए स्पीकर होंगे।

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