भाजपा में नहीं थम रही है नाराजगी, जारी है इस्तीफों का दौर

रविवार रात को भाजपा के 131 प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद से ही पार्टी में शुरू हुआ इस्तीफों का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है।

नागौर विधायक हबीबुर्रहमान ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया है। कई और विधायक और नेता भी पार्टी का दामन छोडऩे को तैयार नजर आ रहे हैं।

बीकानेर। नागौर से भाजपा विधायक हबीबुर्रहमान ने विधानसभा चुनावों में टिकट न मिलने पर पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए अपना त्याग पत्र भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी को भेज दिया है।

वहीं बाड़मेर की यूआईटी अध्यक्ष डॉ. प्रियंका चौधरी ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वे भी टिकट नहीं मिलने से नाराज बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक इस बार विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाए जाने से भाजपा में बगावत के सुर पहले से कहीं ज्यादा उठ रहे हैं। प्रदेश का ऐसा कोई संभाग नहीं है जहां से पार्टी को अपनों का ही विरोध नहीं झेलना पड़ रहा है।

आज पार्टी से इस्तीफा देने वालों में पहला नाम नागौर विधायक हबीबुर्रहमान अशरफी का है। हालांकि उनके भाजपा छोड़े जाने के बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वे वापस कांग्रेस में शामिल होंगे। बीजेपी प्रत्याशियों की पहली सूची में हबीबुर्रहमान के स्थान पर इस बार नागौर से मोहनराम चौधरी को मौका दिया गया है। इस सीट से टिकट न मिलने पर हबीबुर्रहमान खेमे में खासी नाराजगी है।

वहीं बाड़मेर की यूआईटी अध्यक्ष डॉ. प्रियंका चौधरी भी टिकट नहीं मिलने से नाराज हैं और उन्होंने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इनके अलावा पार्टी के विधायक हेमसिंह भडाना, देवेन्द्र कटारा भी पहली सूची में नाम नहीं आने पर पार्टी से नाराज हैं।

वहीं भवानी सिंह राजावत, अनिता कटारा, राजकुमार रिणवा सहित पार्टी के कई विधायक और पदाधिकारी नाराज बताए जा रहे हैं। कई विधायकों ने आज जयपुर में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सहित पार्टी के अन्य आला पदाधिकारियों से मुलाकात की है।

Newsfastweb: