पुणे। मानते हैं कि सुरक्षा की लिहाज से हेलमेट अनिवार्य है, लेकिन पुणे में कुछ लोगों द्वारा इसका विरोध जताया गया। विरोध इतना की एक संगठन ने मिलकर हेलमेट का अंतिम संस्कार भी कर दिया।
जानकारी के मुताबिक शिवसैनिकों द्वारा बनाई गई हेलमेट सख्ती विरोधी कृति समिति नाम की इस संस्था ने हेलमेट की अंतिम यात्रा निकाल कर उसका दाह संस्कार भी कर दिया।
हेलमेट अनिवार्य के विरोध में शिवसेना नेता महादेव बबई ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि हम रोड सेफ्टी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन इसे जिस तरीके से लागू कर रहा है वो सही नहीं है।
बबई ने कहा कि स्थानीय लोग शहरी क्षेत्र में अपनी गाड़ी धीमे ही चलाते हैं। जिससे दुर्घटना होने की संभावना बहुत कम होती है। साथ ही हेलमेट पहनने से गंजे होने का खतरा होता है। इसके अलावा रीढ़ की समस्याएं भी हेलमेट की वजह से होती हैं।
आंकड़ों के अनुसार पुणे में बीते साल करीब 200 लोगों की मौत दुर्घटना के वक्त सिर में गंभीर चोट लगने कारण हो गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने दोपहिया वाहन पर हेलमेट पहनने का अभियान चलाया और बाद में इसे अनिवार्य कर दिया। हालांकि स्थानीय लोग इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं।












