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बदलती दिनचर्या के साथ पहले की तुलना में ह्दय रोग से पीडि़तों की संख्या में बढ़ती जा रही है। जो चिंता का विषय है। इसके लिये संयमित जीवनशैली के साथ साथ नियमित व्यायाम से रोगों से बचाव संभव है। ये उद्गार कार्डियोलॉजिस्ट डॉ संजीव रॉय ने एक परिचर्चा के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि आधुनिक इमेजिंग तकनीकों की मदद से नसो की भीतर थ्रीडी इमेज देखी जा सकती है। जिससे ब्लॉकेज की आकृति, आकार एवं साइज का सटीक अनुमान लगाया जा सकता है। जबकि एंंजियोग्राफी में केवल टूडी इमेज ही देखी जा सकती है। इन तकनीकों और डिवाइस की मदद से रक्त नलिकाओं की स्थिति का पता लगाया जा सकता है।
खासकर यदि व्यक्ति को पहले से ही कोई वस्कुलर समस्या हो अथवा वह हाइपरटेंशन से पीडि़त हो। डॉ रॉय ने बताया कि 1995 से 2014 की एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल की बीमारियों से संख्या दोगुनी हो गई है। एक ओसीटी मशीनें जिससे फ्रैक्शन फ्लो रिजर्व तकनीक की मदद से बेहद सटीक ढंग से यह तय किया जा सकता है।