पणजी। काफी समय से बीमार चल रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर का आज निधन हो गया। उनका शाम 6.15बजे गोवा में निधन हुआ। वह 63 साल के थे और कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। हालांकि उनके निधन को लेकर अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
आज शाम मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा था की सीएम पार्रिकर की हालत बेहद नाजुक थी। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की खराब तबियत के चलते काफी समय से गोवा में राजनीतिक अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है।
गौरतलब है कि मनोहर पर्रीकर ने गोवा मुख्यमंत्री पद की शपथ 14 मार्च 2017 को ली। इससे पहले भी वह 2000 से 2005 तक और 2012 से 2014 तक गोवा के मुख्यमंत्री के साथ ही वे बिजनेस सलाहकार समिति के सदस्य भी रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देकर भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार में रक्षा मंत्री का पदभार ग्रहण किया। वे पहले ऐसे भारतीय मुख्यमंत्री है, जिन्होंने आईआईटी से स्नातक किया हुआ है।
पर्रिकर अपने स्कूलों के दिनों से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए थे। अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने आरएसएस की युवा शाखा के लिए भी काम करना शुरू कर दिया था। जिसके बाद उन्हें बीजेपी पार्टी का सदस्य बनने का मौका मिला और उन्होंने बीजेपी पार्टी की तरफ से पहली बार चुनाव भी लड़ा।
बीजेपी ने पर्रिकर को साल 1994 में गोवा की पणजी सीट से विधानसभा चुनाव लडऩे के लिए टिकट दिया। वहीं पर्रिकर को इस चुनाव में जीत मिली, लेकिन बीजेपी इन चुनाव में कुछ खास नहीं कर सकी। वहीं पर्रिकर ने गोवा की विधानसभा सभा में विपक्ष नेता की भूमिका भी निभाई हुई है।












