चुनावी ड्यूटी : गड़बड़ा गई थानों में कार्यप्रणाली

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बीकानेर। चुनावी गहमा-गहमी के दौर में पुलिस का काम प्रभावित होने लगा है। थानों में तैनात सत्तर प्रतिशत स्टाफ चुनावी ड्यूटी में लगाया जा रहा है।

चुनावों में ड्यूटी का असर दर्ज मुकदमों की जांच और रात्रि कालीन गश्त पर भी पड़ता नजर आ रहा है। हालांकि इससे मुकदमा दर्ज करने का कार्य तो प्रभावित नहीं हुआ है लेकिन मामलों की जांच आदि कार्य प्रभावित होते नजर आ रहे हैं।

चार दिसम्बर से तेरह दिसम्बर तक थाना पुलिस का काम सबसे ज्यादा प्रभावित होगा। जिला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि चुनावी प्रक्रिया के शुरू होने के साथ ही शहर में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां बढ़ गई है।

प्रत्याशी और नेताओं की भाग दौड़ के साथ शहर के इलाकों में पुलिस का मूवमेंट ज्यादा हो गया है। इससे पिछले कुछ समय में बड़े अपराधों में गिरावट देखने में आ रही है। लूट, हत्या और डकैती के साथ अन्य बड़े अपराधों के कम होने के पीछे चुनावों से पहले अपराधियों पर पुलिस की नकेल कसना भी वजह मानी जा रही है।

पुलिस के आलाधिकारियों का कहना है कि चुनाव ड्यूटी के चलते थानों में तैनात जाप्ते में कमी आई है। लेकिन थानें की सभी व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाना है तो मौजूद जाप्ते से ही सामंजस्य बैठा कर काम लिया जा रहा है।

इस बीच मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से पुलिस नफरी के पहुंचने का सिलसिला भी शुक्रवार को शुरू हो जायेगा।

गौरतलब है कि इस बार विधानसभा चुनाव में प्रदेश भर में डेढ़ लाख से ज्यादा पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जा रही है।

 

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