कांग्रेस के दिग्गज नेता बनवारीलाल शर्मा के बेटे हैं अशोक शर्मा।
जयपुर/बीकानेर। कांग्रेस के धौलपुर जिलाध्यक्ष अशोक शर्मा ने आज कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया है। जयपुर में गृहराज्य मंत्री गुलाबचन्द कटारिया, राजेन्द्र राठौड़, केन्द्रीय राज्य मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, सांसद दुष्यंतसिंह सहित भाजपा के कई नेताओं ने उनका स्वागत किया।
राजनीति से जुड़े लोग अशोक शर्मा के भाजपा में चले जाने से कांग्रेस को तगड़ा झटका लगना मान रहे हैं।
भाजपा की सदस्यता लेने के बाद अशोक शर्मा ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर के नेताओं की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अन्तर है। कुछ दिनों पहले आए पार्टी के शीर्ष नेता ने कहा था कि अब की बार पैराशूट से उतरने वालों को टिकट नहीं दिया जाएगा लेकिन धौलपुर में पैराशूट से उतरे नेताओं को ही पद दिए जा रहे हैं और विधानसभा चुनाव में उन्हें प्रत्याशी बनाए जाने पर मंथन किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उनके पिता बनवारी लाल शर्मा ने कांग्रेस के लिए अपना जीवन खपा दिया लेकिन उन्हेें ऑल इण्डिया कांग्रेस कमेटी में शामिल नहीं किया गया। जबकि उनके बाद आए नेताओं को इस कमेटी में शामिल करके मेहनत करने वाले और पार्टी की जमीन को मजबूत करने वाले कार्यकर्ताओं के मुंह पर तमाचा मार दिया।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे और सांसद दुष्यंत सिंह ने धौलपुर के विकास के बहुत से कार्य करवाए हैं। धौलपुर के लोगों की सबसे बड़ी समस्या पेयजल को लेकर थी।
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने लोगों को धौलपुर में नहर का प्रोजेक्ट देकर इस समस्या से निजात दिलवाने की सफल कोशिश की है। धौलपुर के विकास को देखते हुए उन्होंने कांग्रेस से किनारा किया है और भाजपा का दामन थामा है।
गौरतलब है कि अशोक शर्मा धौलपुर में एक बड़ा नाम है। उनके पिता बनवारीलाल शर्मा धौलपुर से पांच बार विधायक रह चुके हैं। अशोक शर्मा के भाजपा में जाने से कांग्रेस को यह करारा झटका है और भाजपा को पूर्वी राजस्थान में फायदा मिलेगा।