बीकानेर। घर-घर कचरा संग्रहण का ठेका व्यक्ति विशेष के एनजीओ को देने का विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इस प्रकरण को लेकर गुरुवार को भी उपमहापौर अशोक आचार्य की अगुवाई में भाजपा के पार्षदों ने विरोध करते हुए महापौर नारायण चौपड़ा का निगम कार्यालय में घेराव कर खरी-खरी सुनाई।
पार्षद इसके लिए अड़े हुए हैं कि कचरा संग्रहण के लिए निविदा निकालकर किसी भी फर्म को ठेका दें, उन्हें आपति नहीं है। परन्तु किसी एनजीओ विशेष को यह ठेका दिया जाना अनुचित है।
पार्षदों ने आयुक्त व महापौर को ज्ञापन देकर अल्पकालीन निविदा के जरिये ही ठेके कार्य को देने की चेतावनी दी है। उपमहापौर अशोक आचार्य व अन्य पार्षदों ने आयुक्त का घेराव कर कहा कि एक ओर तो आप पारदर्शी प्रशासन की बात करते है, दूसरी ओर इस प्रकार बिना निविदा निकाले एक एनजीओ को लाभ पहुंचाने के लिये अपने चेहते ठेकेदार को सफाई कार्य का ठेका देने जा रहे है। जो प्रधानमंत्री की पारदर्शी सरकार पर कलंक के समान है।
पार्षदों ने महापौर के इस तानाशाही पूर्ण निर्णय को भ्रष्टाचार करने वाला बताया। सभी पार्षदों को आरोप है कि महापौर नारायण चौपड़ा ने इस बारे में न तो कमेटी से और न ही पार्षदों से सलाह मशविरा करना उचित समझा। जो महापौर की हठधर्मिता को दर्शाता है।
पूरे शहर का घर-घर संग्रहण ठेका कार्य मोहरसिंह यादव द्वारा संचालित एनजीओ को देने का विरोध करने उपमहापौर अशोक आचार्य के साथ स्वच्छता समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, भगवतीप्रसाद गौड, मोहम्मद ताहिर, जमनलाल गजरा सहित कई पार्षद मौजूद थे।