नेताओं की आपसी खींचतान के चलते अटका था कमेटियों के गठन का मामला
बीकानेर। लगभग पौने चार महीने बाद होने जा रहे प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एआईसीसी की ओर से गठित होने वाली आधा दर्जन कमेटियों की घोषणा अब कभी भी हो सकती है।
पहले ‘मेरा बूथ मेरा गौरव’ कार्यक्रम और उसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे के चलते कमेटियों की घोषणा नहीं हो सकी थी, लेकिन अब कमेटियों की जल्द घोषणा के संकेत मिल रहे हैं।
कमेटियां लगभग तैयार हैं, जिसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की स्वीकृति के बाद कभी भी घोषित किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट भी इसी सिलसिले में दिल्ली गए हुए हैं। जहां वे समितियों के गठन को लेकर पार्टी के शीर्षस्थ नेताओं से वार्ता कर चुके हैं।
अलग-अलग खेमों से जुड़े नेता
जानकारी के मुताबिक कमेटियों के गठन को लेकर पिछले दो महीनों से दिल्ली में नेताओं की कई बार बैठकें हुई, लेकिन गुटबाजी के चलते समितियों के गठन का मामला अटक गया।
अलग-अलग खेमों से जुड़े नेता अपने-अपने लोगों को समितियों में शामिल करवाना चाहते थे, जिसके चलते कई नामों पर एकराय नहीं बन पाई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के दखल के बाद कमेटियां बनकर तैयार हो सकी हैं।
प्रदेश चुनाव समिति नहीं बनने से अटके काम
राजनीतिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आधा दर्जन कमेटियों में से सबसे ज्यादा प्रदेश चुनाव समिति (पीईसी) को माना जाता है। जिसमें प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया जाता है।
प्रत्याशी चयन के लिए बनाई गई स्क्रीनिंग कमेटी भी काफी हद तक प्रदेश चुनाव समिति पर निर्भर है, क्योंकि संभावित प्रत्याशियों का फीडबैक स्क्रीनिंग कमेटी को ये पीईसी ही देती है। ऐसे में पीईसी की घोषणा नहीं होने से स्क्रीनिंग कमेटी के काम भी अटके हुए हैं।
इन कमेटियों की होनी है घोषणा
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए एआईसीसी की ओर से जिन आधा दर्जन कमेटियों की घोषणा की जानी हैं, उनमें प्रदेश चुनाव समिति, चुनाव अभियान समिति, चुनाव घोषणा पत्र समिति, प्रदेश समन्वय समिति शामिल हैं।











