सृजन लोक

मधु आचार्य की पचासवीं कृति ‘तन रेतीला सीला-सा मन’ का हुआ विमोचन

बीकानेर। वरिष्ठ नाटककार और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अध्यक्ष डॉ.अर्जुनदेव चारण ने कहा है मरुप्रदेश…

लय : अनिरुद्ध उमट की कविताओं को सिरेमिक में उकेरा है निर्मला शर्मा ने; भोपाल में 28 से प्रदर्शनी

इंडो-फ्रांस कल्चरल सेंटर' (आलियांज फ्रांसिस) द्वारा भोपाल में 28 अगस्त को कविता और सिरेमिक की…

आह को चाहिए इक उम्र असर ‘होने तक’ कौन जीता है तेरी जुल्फ के सर होने तक

ग़ालिब का ये शेर क्या यूँ ही है या कुछ ग़फ़लत है? उनके जीते जी…

ख़ुदा के वास्ते पर्दा न काबे से उठा ज़ालिम/कहीं ऐसा न हो यां भी वही काफ़िर सनम निकले

यह शेर ग़ालिब का नहीं अन्तिम मुगल सम्राट बहादुर शाह 'जफ़र' का है और पहला…

अनुवादक व शिविरा-नया शिक्षक पत्रिकाओं के सहायक जेठमल नाई का निधन

बीकानेर। गुजराती, हिंंदी व राजस्थानी के अनुवादक जेठमल नाई का शुक्रवार दोपहर निधन हो गया।…

अबोधता में संभव प्रेम की कुछ परिपक्व अभिव्यक्तियां

पुस्तक समीक्षा : हिंदी की प्रेम कहानियां कुछ शब्द अपने विस्तार के कारण इतने गूढ़…

कभी कभार : लोकतंत्र हमें राजनीतिक बना रहा है, विचारशील नहीं

हमारा लोकतंत्र एक गतिशील पर विचारशून्य व्यवस्था में तेज़ी से बदल रहा है इन दिनों…

कभी-कभार : अशोक वाजपेयी

कविता भाषा, स्मृति और प्रकृति को बचाने की स्वाभाविक विधा है कविता कई अर्थों में…

जाने-माने पत्रकार राजकिशोर नहीं रहे

  राजकिशोरजी नहीं रहे। हिंदी पत्रकारिता में विचार की जगह आज और छीज गई। कुछ…