जयपुर thenews.mobilogicx.com
तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर नजर आ रहा है। विधानसभा चुनाव की जीत से उत्साहित पार्टी ने अब लोकसभा चुनाव के लिए अंदर ही अंदर टिकट वितरण फार्मूले पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए एंटनी रिपोर्ट को आधार बताया जा रहा है।
हालांकि यह रिपोर्ट काफी पहले ही तैयार हो चुकी थी। इस रिपोर्ट के तहत लगातार दो बार हारे हुए नेताओं को टिकट नही दिया जाएगा। साथ ही जिन नेताओं की पिछले लोकसभा चुनाव में जमानत जब्त हो गई थी उनको भी इस बार चुनाव लडऩे का मौका नहीं मिलेगा।
इससे पहले गुरुवार को हुई बैठक में भी एक अहम निर्णय लिया गया है, जिसके मुताबिक तीन राज्यों में कोई विधायक लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगा। इन तीन राज्यों में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसढ़ को लेकर यह लिया गया है।
कांग्रेस के थिंक टैंक अहमद पटेल की मौजूदगी में हुई बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव को लेकर लिए गए फैसलों में यह फैसला लिया गया।
कांग्रेस वॉररूम में लोकसभा चुनाव तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक के दौरान इसके साथ ही यह भी तय किया गया कि 15 फरवरी से लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत होगी, जिसमें बूथ मजबूती और ग्रामीण क्षेत्रों पर ज्यादा फोकस रहेगा।
बैठक में तय किया गया कि लोकसभा चुनाव में भी राफेल और किसान कर्जमाफी कांग्रेस के अहम मुद्दे होंगे। बैठक में आलाकमान ने 20 फरवरी तक प्रत्याशी तय करने के निर्देश दिए हैं, वहीं आलाकमान जातिगत-जमीनी आधार पर उम्मीदवार चयन में जुटा है।
बैठक में कांग्रेस प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट समेत कई कांग्रेस नेता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।











