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चाय पीने की जल्दबाजी कैंसर जैसी बड़ी बीमारी भी दे सकता है। गर्म चाय पीने से बढ़ता है इस कैंसर का खतरा, बचाएगा 4 मिनट का इंतजारचाय, कॉफी या हॉट चॉकलेट जैसे गर्म पेय पीने से पहले तकरीबन 4 से 5 मिनट का इंतजार जरूर कर लें। सुबह के समय अच्छी और कड़क चाय मिल जाए तो सुबह की शुरुआत फ्रैश और एनर्जेटिक होती है, चाय के शौकीनों का तो यही मानना है।
हालांकि चाय में मौजूद कैफीन के कई फायदे भी होते हैँ। लेकिन क्या आप विश्वास करेंगे चाय कैंसर का कारण भी बन सकती है। जी हां, हाल ही में हुए एक शोध से यह बात सामने आई है कि गर्म चाय पीने से इसोफेगल कैंसर का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। जोकि भारत में छठा और दुनिया में आठवां सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है। अगर आप चाय के शौकीन हैं और गरम-गरम चाय पीना पसंद करते हैं तो सावधान हो जाइए। 75 डिग्री सेल्सियस या इससे अधिक तापमान पर चाय न ही पीएं तो बेहतर होगा।
दरअसल, इंटरनेशन जर्नल ऑफ कैंसर में प्रकाशित शोध की रिपोर्ट के मुताबिक, इस अध्ययन में 40 से 75 साल की उम्र के 50,045 लोगों को शामिल किया गया था। स्टडी के दौरान पाया गया कि रोजाना 60 डिग्री सेल्सियस या इससे ज्यादा तापमान वाली 700 मिलीलीटर से ज्यादा चाय-कॉफी पीने वालों को इसोफेगल कैंसर का खतरा 90 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। यानी गर्म चाय पीने वालों में इसोफेगल कैंसर का खतरा दोगुने से भी ज्यादा होता है। हालांकि यह खतरा सिर्फ गर्म चाय पीने वालों के लिए ही नहीं है, बल्कि 75 डिग्री सेल्सियल या उससे अधिक तापमान वाले हर पेय पदार्थ जैसे- कॉफी, हॉट चॉकलेट आदि से भी उतना ही खतरा है।
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के फरहाद इस्लामी के मुताबिक, इस तरह के खतरे से बचने का सबसे अच्छा और सरल उपाय यही है कि चाय, कॉफी या हॉट चॉकलेट जैसे गर्म पेय पीने से पहले तकरीबन 4 से 5 मिनट का इंतजार जरूर कर लें। बता दें कि वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन ने साल 2016 में ही 65 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के पेय से जुड़े कैंसर के खतरे की चेतावनी दी थी। वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे मुंह और गले के अस्तर को नुकसान पहुंचाता है और फ्यूल कोलेन ट्यूमर कैंसर हो सकता है।