राजनीति की स्कूलिंग : छात्रसंघ चुनाव : धुंधली होती भावी नेताओं की चमक

लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों ने बदला छात्र राजनीति का चेहरा

बीकानेर। लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों ने छात्र राजनीति का चेहरा ही बदल दिया है। अब छात्रनेताओं की चमक धुंधली नजर आने लगी है। अदालती आदेश से वर्ष-2005-06 से 2009-10 तक छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगने के बाद अब छात्रसंघ चुनाव की राजनीति ही बदल गई है।

लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों में फंसे वर्तमान छात्रनेताओं की चमक अब धुंधली नजर आ रही है। वहीं वर्ष-2005-06 से पहले छात्रसंघ चुनाव जीत कर निकले छात्रनेताओं और छात्रसंघ पदाधिकारियों ने प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की राजनीति में सुनहरा अध्याय लिखा है। छात्रसंघ राजनीति से अपने केरियर की शुरुआत करने वाले ये नेता अब केन्द्र सरकार और राज्य सरकार में मंत्री जैसे अहम पदों पर हैं।

छात्र राजनीति से पहुंचे संसद तक

पूर्व छात्रनेताओं में से कई नेता अब केन्द्र और प्रदेश की भाजपा सरकार में अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जोधपुर विवि के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष गजेन्द्रसिंह शेखावत आज केन्द्र सरकार में कृषि राज्यमंत्री हैं। वहीं राजस्थान विवि के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कालीचरण सर्राफ आज प्रदेश के चिकित्सा मंत्री पद पर हैं।

इसी तरह छात्रसंघ अध्यक्ष रहे राजेन्द्र राठौड़ ग्रामीण विकास व पंचायती राज मंत्री, राजपाल सिंह शेखावत उद्योग मंत्री, एबीवीपी से जुड़े अरुण चतुर्वेदी सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्री हैं। शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी भी उदयपुर के सुखाड़िया विवि के, चौमू विधायक रामपाल शर्मा और सतीश पूनिया भी राजस्थान विवि के छात्रसंघ महासचिव रहे हैं।

जयपुर के मेयर अशोक लाहोटी, जितेन्द्र मीणा, अखिलेश शुक्ला, प्रणवेन्द्र शर्मा, जितेन्द्र श्रीमाली राजस्थान छात्रसंघ के अध्यक्ष रह चुके हैं।

मुख्यमंत्री भी दिया प्रदेश को

शीर्ष राजनीतिक पार्टी कांग्रेस को छात्र राजनीति ने अहम चेहरे दिए हैं। कांग्रेस सरकार में प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत ने भी छात्र संगठन एनएसयूआई से अपने राजनीतिक केरियर की शुरुआत की थी। गहलोत आज कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव भी हैं।

वहीं डॉ. सीपी जोशी उदयपुर विवि, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेन्द्रसिंह शेखावत सीकर के कल्याण कॉलेज की छात्र राजनीति से निकले हैं। अजमेर से सांसद रघु शर्मा, पूर्व सांसद महेश जोशी, पूर्व विधायक महेन्द्र चौधरी, वर्तमान में जयपुर शहर कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व विधायक प्रतापसिंह खाचरियावास भी राजस्थान विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं।

कांग्रेस में अश्क अली टाक, शांति धारीवाल, रघुवीर मीणा, जुबैर खान, रतन देवासी, मिनाक्षी चन्द्रावत, राजपाल शर्मा, पुष्पेन्द्र भारद्वाज, नीरज डांगी, नगेन्द्रसिंह शेखावत भी छात्र राजनीति से निकले हैं। इनके अलावा राजस्थान विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष राजकुमार शर्मा और हनुमान बेनीवाल भी स्वतंत्र विधायक बने हैं।

 

 

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