अतिथि लेखक/ लक्ष्मण राघव
वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत दोनों में तुलना हो ही नहीं सकती। बस एक समानता है कि राजे भी दो बार मुख्यमंत्री रही है। गहलोत जहां हाजिरजवाबी, अंदरूनी सियासी पैतरों के माहिर खिलाड़ी हैं तो राजे उसके बिल्कुल उलट आउट स्पोकन जिद्दी लेकिन दृढ़ लीडर हैं।
अभी सरकार बने 1 साल भी नहीं हुआ और ना ही ऐसा है कि राजे इस दौरान राज्य में सक्रिय रही हो लेकिन बीकानेर दौरे के दौरान राजे का क्रेज देखते ही बन रहा था। स्वभाव से उलट इस बार राजे ने कार्यकर्ताओं को सेल्फी के लिए निराश भी नहीं किया। हालांकि अंदाज में कोई ज्यादा बदलाव नहीं था। शायद लेगसी का फर्क कहिए या बोर्न लीडर कि राजे का क्रेज बरकरार है। हालांकि भाजपा के भीतर कई समीकरण बन बिगड़ रहे हैं मुझे लगता है कि राजे को भाजपा की लीडरशिप ने दरकिनार किया तो राजे दु:साहसी होने में शायद ही देर करे!
बीकानेर के दौरे के दौरान कभी खासमखास रहे एक नेता को उतनी तवज्जो नहीं देकर राजे ने संदेश दे दिया जो मेरे साथ मेरा सपोर्ट उनके साथ !
वसुंधरा राजे ने इस दौरान खास बातचीत की लक्ष्मण राघव ने ….
प्रश्न-बिना पद क्रेज बरकरार रखना एक चुनौती है। आप कैसे कर पा रही हैं।
वसुंधरा राजे- यह खाली पॉलीटिकल नहीं है हमने एक-दूसरे के साथ पॉलिटिक्स भी किया लेकिन हमने एक-दूसरे को परिवार माना तब भी एक परिवार था आज भी एक परिवार है मैं तब भी कहती थी आज भी कहती हंू, इस परिवार के बीच जो प्यार है वह लास्ट करता है ना
प्रश्न – प्रदेश की आर्थिक तंगहाली अब किसी से छिपी नहीं है आखिर ऐसा क्या है कि अब भी आरोप आप पर ही लगते हैं?
वसुंधरा राजे- स्टेट चलाना इतना भी आसान नहीं है, इनको पहले भी हमने देखा है कैसे चलाते थे मुझे यह समझ में नहीं आ रहा। जो बिल्कुल सही तरीके से आज चल रहा है वह कल कैसे बदल जाता है मुझे बिल्कुल समझ नहीं आता। खैर मैं उसमें ज्यादा नहीं जाना चाहती।
प्रश्न – धारा 370 को लेकर बहुत चर्चा है कुछ लोग धन्यवाद दे रहे हैं तो वहीं राहुल गांधी सीधे तौर पर सवाल खड़े कर रहे हैं कहा जा रहा है कि कश्मीर में सब कुछ सामान्य नहीं। क्या उनके सवाल वाजिब नहीं?
वसुंधरा राजे- मैं तो यह कहती हूं कि हम सबको प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद देना चाहिए क्योंकि जो सपना हर एक भारतीय कथा हर एक हिंदुस्तानी का था कि आगे चलकर 370 हटा दिया जाएगा और कश्मीर हमारे देश का अभिन्न अंग है और रहेगा उस सपने को प्रधानमंत्री जी ने पूरा किया है मैंने कहीं भी नहीं देखा, जिससे बात की खुश है, सबकी आंखों में खुशी है, पूरा हिंदुस्तान खुश है, इतना बड़ा काम प्रधानमंत्री जी ने किया है। हम सबकी ओर से प्रधानमंत्री जी को बहुत सारा धन्यवाद।
प्रश्न- राज्यसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने प्रत्याशी नहीं उतारा क्यों?
वसुंधरा राजे- राज्यसभा के चुनाव को लेकर में कुछ नहीं कहना चाहती मैं कल रात को ही लौटी हूं उस पर नहीं बात करूंगी।
प्रश्न- इसमें महिला अपराध में कुछ बढ़ोतरी हुई है ? विपक्ष के नाते आप क्या कहते है?
वसुंधरा राजे- मैं तो समझती हूं कि हर प्रदेश का हर बार मुख्यमंत्री का दायित्व है कि महिलाओं की सुरक्षा का ध्यान रखें पर यहां जो हमें देखने को मिल रहा है। रेगुलर रूटीन में छोटी-छोटी बच्चियों के साथ जो हो रहा है। ऐसा व्यवहार होना किसी प्रदेश के लिए बेहद शर्मनाक है। मैं समझती हूं इन सबको चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। एक्शन ले सकते हैं, हम लोगों ने कानून बना कर रखा था उसका ये लोग इस्तेमाल करे अच्छे से तो मैं समझती हूं फायदा होता।