अशोक गहलोत भी हैं किसान के बेटे : बेनीवाल

लूनकरणसर विधानसभा क्षेत्र से दो बार कांग्रेस से विधायक रह चुके वीरेन्द्र बेनीवाल ने कहा है कि कांग्रेस हमेशा से ही किसानों को तवज्जो देती रही है। कई किसान के बेटे प्रदेश में मुख्यमंत्री पद पर विराजित हो चुके हैं। अशोक गहलोत भी किसान के ही बेटे हैं।

वीरेन्द्र बेनीवाल के इन बयानों को लेकर सियासी गलियारों में अलग-अलग मायने लगाए जा रहे हैं। राजनीति से जुड़े लोगों का मानना है कि वीरेन्द्र बेनीवाल चुटकियों में ही अपनी बात कह जाते हैं। उन्होंने अशोक गहलोत को किसान का बेटा बताया है तो इसके भी मायने अलग ही है।

बीकानेर। लूनकरणसर से दो बार विधायक रह चुके कांग्रेस नेता वीरेन्द्र बेनीवाल ने आज अशोक गहलोत को किसान का बेटा बताया। उनके इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में अलग-अलग तरह की चर्चाएं की जा रही हैं।

लूनकरणसर क्षेत्र से इस बार फिर से कांग्रेस के प्रबल दावेदार वीरेन्द्र बेनीवाल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से ही किसानों की हितचिन्तक रही है। यही वजह है कि मोहनलाल सुखाडिय़ा प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर 17 वर्षों तक रहे। वे किसान के ही बेटे थे।

यह बात सभी जानते हैं कि राजनीति में आने से पहले वे उदयपुर में खेती करते थे और अपनी फसल को मंडी में लेजाकर स्वयं बोली लगाकर बेचते थे।

अशोक गहलोत भी किसान के बेटे हैं, पार्टी में और भी बहुत से किसान के बेटे हैं।

टिकट वितरण को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने आम कार्यकर्ताओं से और जनसभाओं में सार्वजनिक रूप से कहा है कि उम्मीद्वार के चयन में पूरी तरह से पारदर्शिता रखी जाएगी और जमीन से जुड़े कार्यकर्ताओं को तवज्जों दी जाएगी।

गौरतलब है कि वीरेन्द्र बेनीवाल के पिता भीमसेन चौधरी लूनकरणसर विधानसभा क्षेत्र से छह बार विधायक रहे हैं। बेनीवाल स्वयं भी इसी विधानसभा क्षेत्र से दो बार विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस के पिछले शासन में वे प्रदेश के गृहराज्यमंत्री भी रहे हैं।

 

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