परेशान व्यापारियों ने प्रशासन से लगाई गुहार

बीकानेर thenews.mobilogicx.com

क्षेत्र में अव्यवस्थाओं से परेशान व्यापारियों ने मंगलवार को प्रशासन के समक्ष समाधान की गुहार लगाई है।

बीकानेर जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डी.पी. पच्चीसिया ने बताया कि रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र की रोड नम्बर बारह से मार्ग को सुलभ करवाने, रीको स्थित औद्योगिक इकाइयों के लिए पेयजल हेतु ट्यूबवैल की अनुमति रानी बाजार औद्योगिक क्षेत्र में पानी, बिजली व सफाई व्यवस्थाओं से त्रस्त हैं।

इसी सम्बन्ध में जिला उद्योग संघ सचिव विनोद गोयल, कार्यकारिणी सदस्य सुभाष मित्तल तथा कन्हैयालाल लखाणी ने जिला स्तरीय औद्योगिक समिति की बैठक में जिले के औद्योगिक क्षेत्रों सहित औधोगिक इकाइयों की समस्याओं के समाधान करने बाबत एक ज्ञापन अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रसाशन ए.एच.गौरी को सौंपा।

पच्चीसिया ने बताया कि रानीबाजार औधोगिक क्षेत्र की रोड नम्बर 12 से पट्टी पेड़ा रानीबाजार की और निर्मित मार्ग को आवागमन हेतु सुलभ करवाया जाए क्योंकि रानीबाजार औधोगिक क्षेत्र में बड़ी गाडिय़ों का आवागमन रहता है और साथ ही औद्योगिक क्षेत्र की मुख्य मार्ग पर छोटे छोटे दुपहिया एवं तिपहिया वाहनों का भी भारी ट्रेफिक रहता है जिससे इस मार्ग पर चल पाना भी मुश्किल हो जाता है।

आए दिन इस मार्ग पर दुर्घटनाएं होती रहती है, रानीबाजार औधोगिक क्षेत्र की रोड नम्बर 12 से पट्टी पेड़ा रानीबाजार की और का रास्ता जो कि पूर्व में ही बना हुआ है जिस पर धीरे धीरे कब्जों के कारण यह मार्ग काफी संकड़ा हो गया है।

इस मार्ग को यदि सम्बन्धित विभाग द्वारा यातायात के लिए चौड़ा और सुलभ बना दिया जाए तो रानीबाजार औधोगिक क्षेत्र की मुख्य सड़क पर ट्रेफिक कम हो जाएगा और अप्रिय घटनाओं से भी निजात मिल सकेगी।

पच्चीसिया ने बताया कि रिको स्थित औधोगिक इकाइयों को पेयजल आपूर्ति हेतु मिनी ट्यूबवेल लगाने की अनुमति दी जाए क्योंकि रिको लि. बीकानेर द्वारा मूलभूत सुविधाओं में पानी की सुविधा को सुचारू रूप से उपलब्ध करवाने में असमर्थ है।

साथ ही पानी की दरों में 6 गुणा तक बढ़ोतरी कर दी गयी है जो कि इस प्रतिस्पर्धा एवं मंदी के समय में वहन करना सूक्ष्म एवं लघु उधोगों के लिए सम्भव नहीं है और साथ ही इकाइयों को पूरा पेयजल भी नहीं मिल पा रहा है।

रानीबाजार औधोगिक क्षेत्र की बिजली एवं सफाई व्यवस्था में सुधार करवाया जाए क्योंकि रानीबाजार औधोगिक क्षेत्र की सफाई एवं बिजली व्यवस्था दिन ब दिन बदतर होती जा रही है।

पूरा क्षेत्र अँधेरे के आगोश में पड़ा रहता है जिससे क्षेत्र में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा भी लगा रहता है। वहीं दूसरी और क्षेत्र में नालियां कचरे से अटी पड़ी रहती है जिससे सारा पानी सडकों पर आ जाता है और सड़कें टूट जाती है और सड़क टूटने से बने गड्ढे भी दुर्घटना का कारण बनते हैं।

पच्चीसिया ने बताया कि रिको क्षेत्राधिकार में आने वाली इकाइयों के आगे नाला बनवाया जाए क्योंकि नाला नहीं बना होने से इकाई अपने दैनिक कार्यों में उपयोग के पानी को सही जगह विसर्जित नहीं कर पाती है और पानी सड़क पर फैलता है। जिससे औधोगिक क्षेत्रों की सडकें भी टूट रही है।

Newsfastweb: