बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने राजस्थान में जीत दर्ज करने के लिए अपने पत्ते खोल दिए हैंण् उन्होंने अपने सबसे बड़े हथियार को आजमाने की तैयारी कर ली है।
ऐसे में अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या कांग्रेस का सपना पूरा हो सकेगा या वो अमित शाह के चक्रव्यूह में फंस कर रह जाएगी।
बीकानेर। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीत के सपने देख रही है। कांग्रेस को ऐसा लगने लगा है कि वह प्रदेश में बीजेपी से आगे है। हालांकि कुछ राजनीतिज्ञों को भी लग रहा है कि बीजेपी प्रदेश में पिछड़ रही है, लेकिन बीजेपी अध्यक्ष ने प्रदेश में पार्टी को जिताने के लिए चक्रव्यूह की रचना कर दी है। जिसे भेदने के लिए कांग्रेस को रणनीति तैयार करनी होगी।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश में जीत दर्ज करने के लिए अपने पत्ते खोल दिए हैं। उन्होंने अपने सबसे बड़े हथियार को आजमाने की तैयारी कर ली है। जानकारों की मानें तो बीजेपी ने पीएम मोदी की करीब एक दर्जन रैली पूरे प्रदेश भर में करने की तैयारी कर ली गई है। पार्टी को इस बात का भरोसा है कि
पीएम मोदी की रैली के बाद बहुत कुछ बदल जाएगा। पीएम मोदी की रैली के बाद विरोधी दलों की लहर भी शांत हो जाएगी। प्रदेश में सीएम वसुंधरा राजे की विकास यात्रा पिछले करीब डेढ़ महीने चलाई गई है। अब पीएम मोदी की रैली के साथ इसे और गति मिल जाएगी।
बीजेपी ने पीएम मोदी की रैलियों की तारीख तय कर दी है। हालांकि यह पांच दिनों की रैलियों की तारीख तय हुई है, लेकिन पार्टी पीएम मोदी की और भी रैलियों का आयोजन कर सकती है। क्योंकि पीएम मोदी रैली से प्रदेश में बीजेपी को काफी उम्मीदें हैं।
बहरहाल, अमित शाह ने बीजेपी को जीत दिलाने के लिए चक्रव्यूह की रचना कर ली है। जिसे भेदना कांग्रेस के लिए आसान नहीं होगा। पीएम मोदी की रैलियों के ऐलान होने के बाद से कांग्रेस को भी इसका तोड़ निकालने की जरूरत है। देखना यह है कि कांग्रेस अब किस प्रकार बीजेपी के चक्रव्यूह को भेद आगे बढ़ती है।
यूपी के मुख्यमंत्री भी करेंगे रैलियां
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बीजेपी इस्तेमाल करने की तैयारी कर रही है। राजनीति से जुड़े लोगों के मुताबिक प्रदेश में काफी लोग गोरखपुर मठ से आस्था रखते हैं। ऐसे में योगी आदित्यनाथ के जरिए ऐसे वोटरों को मनाने की तैयारी भी बीजेपी कर रही है।
ऐसे में बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ की दो दर्जन से ज्यादा रैलियां आयोजित करने की तैयारी में लगी है। हालांकि योगी आदित्यनाथ ने रैलियों की शुरुआत कर दी है, 5 नवंबर को बीकानेर में सभा को संबोधित किया था।
नए चेहरे उतारने की कोशिश
बीजेपी में टिकट को लेकर बैठक होने वाली है। ऐसे में वोटरों को उम्मीदवारों के सहारे भी लुभाने की तैयारी की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि कई पुराने लोगों का इस बार टिकट कटने वाला है और नए चेहरों को बीजपी चुनाव मैदान में उतारने जा रही है। हालांकि टिकट कटने से नेताओं में हंगामा मच सकता है लेकिन इसके लिए भी वरिष्ठ नेताओं को संभालने के लिए निर्देश दे दिए गए हैं।