75 वर्षों के ऐतिहासिक कोचर मंडल ने मनाई हीरक जयंती… देखें फोटो व वीडियो

बीकानेर thenews.mobilogicx.com

उड़ीसा क्राइम ब्रांच में आईजी अरुण बोथरा, सिविल जज एवं ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विजय कोचर, अरुणाचल के बोमडिला के पुलिस अधीक्षक राजा बांठिया का हुआ अभिनन्दन

75 वर्षों से सामाजिक, धार्मिक सेवा कार्यों में अग्रणी रहने वाले कोचर मंडल की तीन दिवसीय हीरक जयंती समारोहपूर्वक सम्पन्न हुई। कोचर मंडल के सुरेन्द्र कोचर ने बताया कि 4, 5 व 6 जनवरी तीन दिन तक सांस्कृतिक आयोजनों के साथ हीरक जयंती मनाई गई। कोचर ने बताया कि मंडल की सबसे बड़ी यह विशेषता है कि इसमें कोई पदाधिकारी नहीं है सब कार्यकर्ता हैं। सेवा के किसी भी कार्य के लिए मंडल के सभी सदस्यों की सहमति रहती है। तीन दिवसीय कार्यक्रम में जैन समाज के गणमान्यजनों ने शिरकत की वहीं शोभायात्रा, नाट्य मंचन, स्मारिका विमोचन, कवि सम्मेलन सहित अनेक आयोजन किए गए।

कोचर मंडल के जितेन्द्र कोचर ने बताया कि हीरक जयंती महोत्सव के समापन अवसर पर आज कोचर मण्डल द्वारा उन वरिष्ठ महिलाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जिन्होंने अपने बाल्य अवस्था में कोचर मण्डल के डांडिया, राजस्थानी परम्परागत नृत्य घूमर का कार्यक्रम लम्बे समय तक ना केवल बीकानेर शहर अपितु अन्य शहरों व महानगरों में प्रस्तुत कर मण्डल का मान बढ़ाया था।

आज विभिन्न राज्यों व महानगरों में रह रही उन महिलाओं को सम्मानित कर कोचर मण्डल अपने आप को गौरान्वित महसूस कर रहा था। कोचर मण्डल के सुरेन्द्र कोचर व जितेन्द्र कोचर ने बताया कि सम्मान पाकर महिलाऐं भी भावुक हुए बगैर ना रह सकीं। इसके अतिरिक्त कोचर मण्डल की हीरक जयंती महोत्सव पर एक स्मारिका का विमोचन समाज के वरिष्ठ नागरिक अरुण बोथरा, विजय कोचर, राजा बांठिया, विशाल गुलेच्छा,संजय कोचर, माणक कोचर, शान्तिलाल कोचर और लूनकरणसर विधायक सुमित गोदारा ने किया।

स्मारिका विमोचन अवसर पर अतिथियों ने कहा कि इसमें कोचर मण्डल के वरिष्ठ सदस्यों के कार्यकलापों की जानकारी के साथ मण्डल के सामाजिक व धार्मिक आयोजनों की जानकारी तथा कुलदेवी माता विशला, कोचर समाज के वंशज उरझोजी महाराज, पूज्यश्री विजय वल्लभ सूरिश्वर महाराज, आदिनाथ महाराज सहित धार्मिक भजनों का संकलन नवयुवकों के लिए प्रेरणादायी है।

इस अवसर पर कोचर मण्डल के सुरेन्द्र कोचर व जितेन्द्र कोचर ने मण्डल की ओर से सभी बाहर से पधारे आगन्तुकों, कार्यक्रम में सहयोग देने वाले लोगों और प्रिंट व इलेक्ट्रोनिक्स मीडिया को कार्यक्रम के सफल आयोजन में सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया।

इससे पूर्व रविवार को भक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। इस दौरान सुबह से लेकर देर रात तक अनवरत धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति जारी रही। सुबह सकल कोचर कुल की भव्य शोभायात्रा निकाली गई और शाम से देर रात तक भक्ति एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुए।

आयोजन मण्डल के जितेन्द्र कोचर एवं सुरेन्द्र कोचर ने बताया कि भक्ति एवं सांस्कृतिक संध्या में आर भारत म्यूजिकल ग्रुप के आमीर भियानी के नेतृत्व में इन्टरनेशनल ट्रोम्पेड प्लेयर्स ने अपनी प्रस्तुतियां देकर शमा बांधा। वाद्ययंत्रों की जुगलबंदी से जब सभी कलाकारों ने अपने अद्भुत वाद्ययंत्रों की प्रस्तुती दी तब उसे सुनने वाला हर कोई अचंभित हुए बगैर नहीं रहा।

राजस्थान, मध्यप्रदेश, दिल्ली के वाद्ययंत्र कलाकार संजय भियानी ने प्यानो, युनस भाई ने तबले पर, मोहसीन ने सितार पर तो ड्रम पर वसीम भाई, संतूर पर अमन हुसैन, बैन्जो पर उमरदीन, वायलीन पर मन भवन, बांसूरी पर संदीप सोनी, नसतरंग पर मनीराम पथरोड़ ने तथा सेक्सोफोन पर भरत और माऊथ प्यानो पर एजाज भियानी, ढोलक पर ताहिर हुसैन, ब्रास सेशन पर अस्मत सोहिब ने एकल वादन प्रस्तुत किया और उसके बाद जुगलबंदी में देशभक्ति गीत ‘है प्रीत जहां की रीत सदा….., तू मेरा कर्मा, तू मेरा धर्मा……, सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा…की प्रस्तुती को सुन पूरा कोचरों का चौक तालियों की गडगड़़ाहट व देशभक्ति नारों से गूंजायमान हो उठा। इसके साथ ही कोचर मण्डल की बालिकाओं द्वारा ज्योति व प्रेक्षा कोचर के निर्देशन में नारी शक्ति पर आधारित प्रसिद्ध कवि हरिवंश राय बच्चन की कविता ‘तू चल तेरे वजूद को समय की तलाश हैÓ के माध्यम से नाटक नारी शक्ति और नशे के दुष्प्रभावों से युवा पीढ़ी को होने वाले नुकसानों से अवगत कराते नाटक ‘व्यसन मुक्तिÓ की भावपूर्ण प्रस्तुती ने सभी का मन मोह लिया।

कोचर मण्डल की ओर से नाटक सर्वधर्म नहीं सिखाता हिंसा की प्रस्तुती दी गई वहीं अनुराग कला केन्द्र द्वारा ‘चारकोटÓ नाटक का मंचन किया गया। इस दौरान वरिष्ठ भजन गायक मगन कोचर, महेन्द्र कोचर व श्रैयांष जैन सहित कोचर समाज के गायक कलाकारों ने भी भक्ति भजन प्रस्तुत किए।

इसके अलावा कोचर मण्डल के थीम सॉन्ग को जब बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया पूरा माहौल तालियों की करतल ध्वनी व कोचर मण्डल अमर रहे के नारों से गूंज उठा। कार्यक्रम में अतिथि लूनकरणसर विधायक सुमित गोदारा, उड़ीसा के क्राईम ब्रांच में आई जी अरुण बोथरा, सिविल जज एवं ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विजय कोचर, अरुणाचल के बोमडिला के पुलिस अधीक्षक राजा बांठिया का कोचर मण्डल की ओर से स्वागत अभिनन्दन किया गया। मंच संचालन जितेन्द्र कोचर ने किया।

भक्ति संगीत एवं सांस्कृतिक संध्या से पूर्व कोचरों के चौक से सकल कोचर समाज द्वारा भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसका जगह-जगह पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा में ड्रेसकोड भी आकर्षकता लिए हुए था, शोभायात्रा में शामिल महिलाओं ने केसरिया साड़ी और बालिकाओं ने केसरिया ओढऩी-चुनरी धारण किये थे वहीं पुरुषों ने पीला कुर्ता व सफेद पायजामा तथा सर पर पचरंगी साफा धारण किये थे।

कोचर कुल की देवी माता विशला ्रएवं वल्लभ गुरुदेव की सजीव झांकी आकर्षण का केन्द्र रही। इसके अतिरिक्त झांकी में अराध्य देव अजीतनाथ भगवान, कोचर समाज के वंशज उरझोजी, गुरु वल्लभ का जैन एकता का संदेश देने वाली झांकी, बेटी बचाओ और व्यसन मुक्ति का संदेश देती झांकियां सजी थी।

यह शोभायात्रा जहां से भी गुजरी वहां पुष्पवर्षा से भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा में ऊंटो पर सवार रोबीले, सरदारशहर का प्रसिद्ध आर भारत बैण्ड और दिल्ली का मामचंद ताशा पार्टी आकर्षण का केन्द्र रही। शोभायात्रा सेठिया मोहल्ला से ढढ्ढा चौक से होते हुए बड़ा बाजार से होते हुए बैदों के चौक होते हुए आसाणियों से नाहटा, रांगड़ी चौक से बेगाणी मोहल्ला होते हुए कोचरों के चौक पहुंची जहां से बीदासर बारी होते हुए गंगाशहर रोड स्थित उरझोजी के समाधी स्थल पर दर्शन कर वहां से गोगागेट स्थित कोचरों की दादाबाड़ी में पहुंच कर संपन्न हुई।

आकर्षण का केन्द्र रहा नसतरंग वादक

कार्यक्रम में यूं तो सभी वाद्ययंत्र अपनी विशेषताओं और मोहक सुरों के कारण आकर्षण का केन्द्र बने थे लेकिन मुख्य आकर्षण का केन्द्र लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड नामधारी एवं शाबास इण्डिया व कलर्स चैनल में अपने हूनर का प्रसारण कर चुके मनीरोड़ पथरोड़ का नसतरंग वादक रहा जिसे सुनने और देखने के लिए हर कोई लालायित था। मनीरोड़ ने दो वाद्ययंत्रों को गले पर लगाया और साधना के साथ ‘ऐ मेरे प्यारे वतन तुझ पे दिल कुर्बान…..Ó की धुन बजाई पूरा कोचरों का चौक भारत माता की जय, वन्दे मातरम के नारों से गूंज उठा।

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