नट साहित्य संस्कृति संस्थान और गायत्री प्रकाशन द्वारा रविवार को राजस्थानी की सात मौलिक कृतियों का लोकार्पण स्थानीय धरणीधर रंगमंच पर होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाजसेवी-भामाशाह रामकिसन आचार्य करेंगे। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के अध्यक्ष डॉ.अर्जुनदेव चारण होंगे। सातों किताबों पर टिप्पणी कवि-आलोचक प्रमोद कुमार शर्मा की होगी।
लोकार्पित होने वाली कृतियों में तीन उपन्यास व तीन कविता संग्रह सहित एक नाट्य संग्रह भी शामिल है। मधु आचार्य का उपन्यास ‘डोकरी’, सीमा भाटी का उपन्यास ‘हेत री हूंस’ और ऋतु शर्मा का बाल-उपन्यास ‘शेखर री सीख’ तथा नगेंद्रनारायण किराड़ू का कविता संग्रह ‘हूं क तूं’, बाबूलाल छंगाणी का कविता संग्रह ‘केवै जकेनै केवण दो’ और रोशन बाफना के कविता संग्रह ‘इत्ती-सी तो बात है’ तथा हरीश बी. शर्मा के नाट्य संग्रह ‘रंग-राजस्थानी’ का इस मौके पर लोकार्पण होगा। विदित रहे कि तीन महीने पहले भी 14 अप्रैल को राजस्थानी की सात कृतियों का लोकार्पण हुआ था।












