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जकार्ता। भारत में जहां में विपक्षी पार्टियां चुनाव आयोग से एक बार फिर मतपत्र से मतदान कराने की मांग कर रही है, वहीं इंडोनेशिया में इससे जुड़ी एक दर्दनाक खबर सामने आई है। इंडोनेशिया में 10 दिन पहले हुए चुनाव के बाद मतपत्रों की गिनती कर रहे 272 कर्मचारियों की ओवरटाइम करने से मौत हो गई है। जबकि अन्य 1878 कर्मचारी बीमार पड़ गए हैं।
इंडोनेशिया के चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि इनमें से अधिकतर की मौत थकान से होने वाली बीमारियों के चलते हुई हैं। गौरतलब है कि इंडोनेशिया में मतपत्रों की गिनती चल रही है, जिन्हें कार्यकर्ता हाथों से गिन रहे हैं। उन्होंने बताया कि करीब 70 लाख लोग 17 अप्रैल को हुए चुनावों के वोटों की गिनती और निगरानी में मदद कर रहे थे। कर्मचारियों को गर्मी और खराब परिस्थिति में रातभर काम करना पड़ रहा था, जिससे शारीरिक परेशानियां आने लगी थीं।
बताया जा रहा है कि चुनावी कार्यों में लगे अधिकतर कर्मचारी अस्थायी हैं, जिनकी नियुक्ति के वक्त सरकारी कर्मचारियों की तरह स्वास्थ्य परीक्षण नहीं किया गया था। 26 करोड़ की आबादी वाले इंडोनेशिया ने खर्च को कम करने के लिए 17 अप्रैल को राष्ट्रपति चुनाव के साथ ही संसदीय व क्षेत्रीय चुनाव हुए थे। हालांकि चुनाव अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए थे। लेकिन मतपत्र की गिनती के दौरान यह दुखद घटना हो गई।
आलोचकों का कहना है कि सरकार एक साथ चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार नहीं थी और बड़े पैमाने पर अस्थायी नियुक्ति का उसने गलत फैसला लिया था। खराब परिस्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमार चुनाव अधिकारियों की अधिकतम देखभाल के लिए 23 अप्रैल को सर्कुलर पत्र भी जारी किया था। इसके बावजूद यह घटना हुई। वहीं वित्त मंत्रालय भी मृतक कर्मचारियों के परिजनों को मुआवजा देगा।












