जयपुर। प्रदेश के युवा और नए मतदाताओं को निर्वाचन प्रक्रिया से जोड़ने और उनकी भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन विभाग प्रदेश के सभी सरकारी, निजी सैकण्डरी और हायर सैकण्डरी स्कूलों में 27 जुलाई को इंट्रेक्टिव स्कूल एंगेजमेंट (परस्पर संवादात्मक स्कूली वचनबद्धता) कार्यक्रम के तहत निर्वाचन संबंधी सभी तरह की जानकारियां शंउपलब्ध कराएगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अश्विनी भगत ने प्रदेश के जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शुक्रवार को राज्य, जिला और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र स्तर के निर्वाचन अधिकारी चिन्हित विद्यालयों के छात्र-छात्राओं से सीधे संवाद करेंगे। यदि जिले में विद्यालयों की संख्या अधिक है तो शैक्षणिक संस्थानों के प्राचार्यों या व्याख्याताओं को प्रशिक्षित कर छात्र-छात्राओं से संवाद के लिए नियुक्त किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भावी मतदाताओं (14-17 आयु वर्ग के विद्यालय के छात्र-छात्राओं) को निर्वाचन तंत्र से जोड़ते हुए निर्वाचन प्रक्रिया (पंजीकरण एवं मतदान प्रक्रिया) के संबंध में संवेदनशील बनाना है, ताकि 18 वर्ष की उम्र पूरी होते ही वे अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सके।
निर्देशों के अनुसार स्कूलों में भ्रमण करने वाले अधिकारी इस दौरान प्रजेंटेशन कार्ड, फलैशकार्ड, निर्वाचन से जुड़े कंप्यूटर गेम, शॉर्ट फिल्म, फ्यूचर वोटर ऑफ इंडिया के बैजेज, हाउ टू रजिस्टर एंड वोट के ब्रोशर और मतदान से जुड़े पूछे जाने वाले प्रश्नों के साथ युवा मतदाताओं से रूबरू होंगे।
इस दौरान छात्र-छात्राओं के सामने ईवीएम और वीवीपेट से सम्बंधित आयोग की लघु फिल्मों का भी प्रदर्शन करवाया जाएगा। इस कार्यक्रम में विशेष योग्यजन विद्यालयों और सामान्य विद्यालयों में अध्ययनरत विशेष योग्यजन छात्र-छात्राओं को भी मतदान के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा।
9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए दो चरणों में होने वाले इस कार्यक्रम का प्रथम चरण 10 जनवरी को हो चुका है। उल्लेखनीय है कि युवा मतदाताओं को जागरूक करने की यह मुहिम 2017 में शुरू की गई, जिसके अच्छे परिणाम भी देखने को मिले हैं।











