माता नागणेची को इत्र गुलाल से होली खेलाकर मांगी होली की अनुमति
शाकद्वीपीय समाज ने किया पूर्व चैयरमेन महावीर रांका का अभिनन्दन
Bikaner / thenews.mobilogicx.com
रियासत कालीन परंपरा के अनुसार बीकानेर शाकद्वीपीय मग ब्राह्मण समाज ने आज नागणेची मंदिर प्रांगण में भजनों की प्रस्तुति देकर माता रानी को इत्र और गुलाल चरणों मे अर्पित कर होली के आगाज की अनुमति ली और देर रात को गेर निकाल कर शहर में होलका का आगाज किया।
आज माता रानी के प्रांगण में हंस चढ़ी माँ आयी भवानी रे- सहाय करे सब देश की, पन्नो रे मारी जोड़ रो रे बीकोण रो बासी रे, जोधाणूं सु बीज है मंगाए प्रेमरस री मेहंदी राचडली, जयपुर में बाजार में पडिय़ो प्रेमजी बोर, आदि भजनों की प्रस्तुति देकर माता को रिझाया।
भजनों की प्रस्तुति में सुशील सेवग, पुरषोत्तम सेवग, गेवर भादाणी, अजय देराश्री, मेघसा जोशी, दारसा जोशी, बलु जोशी, विष्णु सेवग, मनमोहन शर्मा, नितिन वत्सस, हरीश भोजक, नगाड़े पर अशोक सेवग उर्फ गुड्डा, रामजी सेवग, चिराग सेवग ने संगत की।
भजनों के दौरान पुष्पवर्षा राजस्थान शाकद्वीपीय विकास समिति के शिवरतन सेवग और शंकर सेवग द्वारा की गई। भजनों के अंत मे रात को 8 बजे मंदिर प्रांगण में गुलाल उछालकर परंपरागत होली की शुरआत हुई। देर रात को गोगागेट से शाकद्वीपीय समाज द्वारा गेर निकाली गई जो बागडियो के मोहल्ले से होते हुए रामदेव मंदिर चाय पट्टी से बड़ा बाजार बैदो का चौक, मरुनायक चौक, होते हुए सेवगो के चौक में सम्पन्न हुई और बीकानेर शहर में परंपरागत रूप होलका का आगाज किया। गेर में परंपरागत रूप से ओ लाल केशा, पापड़ली, आदि गाये गए।
रांका का अभिनन्दन
नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका का गंगाशहर में सेवगों की तलाई पर शाकद्वीपीय समाज द्वारा अभिनन्दन किया गया। समाज के प्रणव भोजक ने बताया कि न्यास अध्यक्ष पद पर रहते हुए महावीर रांका ने तलाई परिसर में अनुकरणीय विकास कार्यों के लिए सामाजिक बन्धुओं ने अभिनन्दन किया। इस अवसर पर विश्वनाथ भोजक, शान्तिलाल भोजक, विमल भोजक सहित अन्य सामाजिक बन्धु उपस्थित रहे।












