प्रदेश के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शीघ्र ही प्रधानाचार्य के रिक्त पद भरे जाएंगे। प्रदेश सरकार ने इसको लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
रिक्त 1460 पदों पर व्याख्याताओं को डीपीसी के माध्यम से प्रधानाचार्य पद पर पदोन्नति दी जाएगी। इसके लिए 22 जून तक काउंसलिंग होगी। सीमांत जिले बाड़मेर में प्रधानाचार्य के 211 पद रिक्त है। ऐसे में काउंसलिंग में इन पदों पर नियुक्ति की उम्मीद रहेगी।
जिन व्याख्याताओं की काउंसलिंग होनी है, उनकी सूची मंगलवार को जारी की गई, जिसमें जिले के 47 व्याख्याताओं के नाम हैं। ऐसे में इनका प्रधानाचार्य बनना तय माना जा रहा है। वहीं, अन्य जिलों से भी डीपीसी से बाड़मेर जिले को प्रधानाचार्य मिलने की उम्मीद है।
जिले में 481 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हैं। हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना के चलते यह तादाद बढ़ी।
थोक के भाव में उच्च माध्यमिक विद्यालय तो बन गए, लेकिन इसमें संस्था प्रधान के पद रिक्त होने से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। स्थिति यह है जिले में 211 पद रिक्त हैं। ऐसे में लम्बे समय से प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति की मांग उठ रही थी।
अब राज्य सरकार ने डीपीसी के माध्यम से प्रधानाचार्य लगाने की कवायद आरम्भ की है। प्रदेश में 1460 पदों पर यह भर्ती होगी। डीपीसी के माध्यम से व्याख्याताओं को प्रधानाचार्य बनाया जा रहा है।
ऐसे में उनको बड़ी जिम्मेदारी मिल रही है। जिले में 47 व्याख्याता काउंसलिंग के बाद प्रधानाचार्य बनेंगे। वहीं, प्रदेश के सभी जिलों के 1460 व्याख्याताओं को यह पद मिलेगा।












