श्री हीरेश्वर द्वादश महादेव की प्राण-प्रतिष्ठा एवं कलशयात्रा संपन्न

बीकानेरसेठ हीरालाल गहलोत की स्मृति में नवनिर्मित श्री हीरेश्वर द्वादश महादेव मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव आज तीसरे दिन भी जारी रहा। आज धार्मिक वातावरण में सुबह 9 बजे से मंदिर परिसर में देवार्चना (देवताओं की प्रार्थना) यज्ञ प्रारम्भ हुआ। नित्यार्चन यज्ञ पण्डित राजेन्द्र किराडू के आचार्यत्व में पंडित मुरलीधर और पंडित उमेश के साथ 21 वैदिक पण्डितों द्वारा दोपहर तक जारी रहा।

इसी के अन्तर्गत कलश यात्रा दोपहर एक बजे ब्रह्म सागर मंदिर, डूडी पेट्रोल पंप के पीछे से रवाना हुई, जिसमें हजारों माताओं और बहनों ने भाग लिया, इस कलश यात्रा में नव निर्मित मंदिर में स्थापित होने वाली सभी मूर्तियों की शोभा यात्रा निकाली गई, कलश यात्रा में देवी-देवताओं की सजीव झांकियां भी थीं। यह कलश यात्रा तीन बजे मंदिर के पास बने पंडाल में पहुंची।

हरिद्वार के महा मण्डेलश्वर प्रेमानंदजी तथा 120 वर्षीय स्वामी ब्रहमचारीजी महाराज के सानिध्य में कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ।

हीरालालजी गहलोत की पत्नी तुलसीदेवी ने उन्हें याद करते हुए कहा कि उनका सपना उनके बच्चों ने पूरा किया है। वे आज भी हम सब के साथ है और मंदिर को पूर्ण होता देख रहे हैं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने गहलोत परिवार को मंदिर निर्माण पर बधाई देते हुए कहा कि आज के समय में एक परिवार द्वारा अपनी इच्छा शक्ति से अपने पिता की आशाओ का सम्मान करते हुए उनके द्वारा लिए संकल्प को पूरा करना बहुत बड़ी बात है।

गोपाल गहलोत ने सभी साधू-संतों, अतिथियों तथा भक्तजनों का मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में आने के लिए स्वागत किया।

इस अवसर पर मंदिर निर्माण में वर्षों से लगे कारीगरों का भी सम्मान किया गया। सभी कारीगरों को श्रीफल देकर सम्मानित किया जिसमें बीकानेर के कारीगरों के अलावा उडीसा, मकराना, जयपुर, ओंकारेश्वर आदि स्थनों से आये कारीगार भी हैं।

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