फिर घिर गए राहुल
दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की फजीहत अक्सर होती रहती है। अब इन फजीहतों के पीछे कहीं न कहीं कांग्रेस के चाहने वाले होते हैं तो कहीं भाजपा के भी। अभी राहुल गांधी का हाल ही का लंदन दौरा विवादों में आ गया है।
राहुल गांधी के लंदन दौरे के आयोजकों ने अमेरिकी कल्चर की नकल करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष के दौरे से फंड जुटाने की कोशिश की। दरअसल जब राहुल गांधी लंदन में भारतीय पत्रकारों को संबोधित करने वाले थे। तब इस कार्यक्रम के लिए तय सभागार में कुछ सीटें बच गईं थीं।
कार्यक्रम के आयोजक इंडियन ओवरसीज कांग्रेस ने इन सीटों को 900 पाउंड यानी कि लगभग 82 हजार रुपये प्रति सीट के हिसाब से आवंटित कर दिये। लेकिन इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के इस कदम से कई कांग्रेसी नेता नाराज हैं। जिस कार्यक्रम में पार्टी के अध्यक्ष पत्रकारों, बिजनेसमैन और हाई प्रोफाइल लोगों को संबोधित करने वाले थे उसका खर्च निकालने के लिए इस तरह से फंड जुगाड़ करना ठीक नहीं है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस द्वारा आयोजित ये कार्यक्रम कुछ ऐसा था कि राहुल गांधी भारतीय पत्रकारों से बातचीत कर सकें और इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने वहां मौजूद मेहमानों के साथ लंच करें। आयोजकों ने कार्यक्रम का खर्च निकालने के लिए टेबल पर खाली कुछ सीटें बेचनी शुरू कर दी।
अमेरिका समेत यूरोप के दूसरे देशों में फंड जमा करने के लिए वीआईपी हस्तियों के साथ लंच के लिए मोटी रकम देने का रिवाज है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ लंच करने के लिए इसी साल मार्च में लोगों ने 35 हजार डॉलर प्रति व्यक्ति तक चुकाये हैं। जबकि अगर एक जोड़ा किसी कार्यक्रम में ट्रंप के साथ लंच/डिनर करना चाहता है तो उसे 50 हजार डॉलर देने पड़े थे। कई इवेंट मैनेजमेंट कंपनियां सामाजिक कार्यों के लिए फंड इक_ा करने के लिए इस तरकीब का सहारा लेती है।