बीकानेर/देशनोक। विश्वविख्यात माँ करणी के 631वें जन्मोत्सव पर मंगलवार को देशनोक व श्रीरामसर में श्री माँ करणी जी की शाही सवारी निकाली गई।
देशनोक में श्री करणी मन्दिर से आरंभ शोभायात्रा कस्बे के मुख्य मार्गों से होते हुए गाजे-बाजे व जयकारों के साथ तेमड़ाराय मन्दिर पहुंची। यात्रा मार्ग में जगह-जगह शोभायात्रा का पुष्पवर्षा, गुलाबजल व इत्र से स्वागत किया गया। विशाल शोभायात्रा में देश-प्रदेश से आए हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। माँ करणी के गगनभेदी जयकारों से करणीधाम देशनोक करणीमय हो गया। शोभायात्रा की झांकी के ऊपर चील रूपा माँ करणी का स्वरूप ‘सांवलीÓ के दर्शन से करणी भक्तों का जोश दिखाई दिया। मंगल गीत गाते हुए भारी संख्या महिलाए शामिल हुई। यात्रा मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस जाप्ता तैनात किया गया।
बीकानेर। माँ करणी के 631वें जन्मोत्सव पर शाही सवारी का आयोजन श्रीरामसर में किया गया। श्री करणी सेवा समर्थ संस्थान के अध्यक्ष मुकेश पंवार ने बताया कि मां करणी जी श्रीरामसर स्थित अपने मंदिर से सोलह शृंगार कर और पालकी में विराजित होकर विभिन्न मार्गों से होती हुई शाही लवाजमे के साथ अपनी आराध्या देवी जोगमाया के दरबार वंदन करने पहुंची, जहां पर जोगमाया मंदिर व यारिया क्लब व क्षेत्रवासियों द्वारा मां का स्वागत पुष्पों की वर्षा से किया गया।
1000 कन्याओं का किया पूजन
आयोजन से जुड़े हरिराम पंवार ने बताया कि 1000 कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन भी करवाया गया। कार्यक्रम में भाजपा नेता महावीर रांका व विजयमोहन जोशी मुख्य अतिथि रहे। आयोजन की सहयोगी संस्था माँ वैष्णवी क्लासेज के डायरेक्टर चांदरत्न गहलोत व ईश्वर सोलंकी ने बताया के श्री करणी जयंती 2018 के उत्सव में श्रीरामसर व छोटा राणीसर की कक्षा दसवीं, बारहवीं, स्नातक व स्नातकोत्तर में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण छात्राओं का सम्मान किया गया। क्षेत्र के खिलाड़ी जिन्होंने राज्यस्तर व राष्ट्रीय स्तर पर सिल्वर व गोल्ड मैडल जीते है उनका भी सम्मान किया गया।
श्री करणी सेवा समर्थ संस्थान के अध्यक्ष मुकेश पंवार ने बताया कि कार्यक्रम में माँ करणी का जन्मोत्सव केक काटकर मनाया गया जिसमें भाजपा नेता महावीर रांका ने केक काटकर सबको शुभकामनाएं प्रेषित की। आयोजन आकाश सांखला, धर्मेन्द्र सुथार, हरिकिशन पंवार, अशोक सांखला, रजत गहलोत, अशोक पंवार, मनोज सोलंकी सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
संवलियों का होता है शुभ संदेश
मां करणी जी की शाहीसवारी जब श्री करणी मंदिर श्रीरामसर से बाहर निकलती है और उस वक्त आसमान में संवलिया (चील) दिखाई देती है तो सभी भक्त मां की उपस्थिति को महसूस करते हंै जिसे शुभ माना जाता है। उक्त चील विचरते देख भक्तों का जोश देखते ही बनता है और मां करणी जी के जयकारे लगाते हुए सवारी के साथ चलते हैं।