बीकानेर पूर्व से कांग्रेस में एक और गहलोत दावेदार

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बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की टिकट के लिए दावेदारों की लंबी फेहरिस्त है। खबर आई है कि इस बार तमाम दावों के बावजूद गोपाल गहलोत के नाम को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। हालांकि गोपाल गहलोत इस बार बेहद सक्रिय भी रहे थे लेकिन गोपाल गहलोत ने अभी तक हार नहीं मानी है।

बताया जाता है पिछले दिनों गोपाल गहलोत ने राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी। अब ऐसे में चर्चा चल पड़ी है क्या पूर्व क्षेत्र में कांग्रेस किसी दूसरे माली नेता पर दांव लगाएगी या किसी वैश्य या राजपूत को टिकट थमाया जाएगा। पूर्व क्षेत्र में माली समुदाय का बड़ा वोट बैंक है ऐसे में अशोक गहलोत कैंप के नजदीक रहे चंद्रप्रकाश गहलोत भी दावेदारी जता रहे हैं। कुछ दिन पहले अशोक गहलोत उनके कार्यक्रम में भी पहुंचे थे।

इससे पहले भी अशोक गहलोत जब तब बीकानेर आए हैं सीपी गहलोत के यहां उनका आना-जाना होता रहा है। सीपी गहलोत पूर्व मेयर स्व.भवानीशंकर शर्मा के खास रहे तो दूसरे कांग्रेसी नेताओं से भी उनके रिश्ते ठीकठाक कहे जा सकते।

अखाड़े में पहलवान सीपी का भी मजबूत पेच

दुनिया के प्रसिद्ध कुश्ती गुरू हनुमान के शिष्य सीपी गहलोत आज भी नियमित अखाड़े में देखे जा सकते हैं। पिछले दिनों पूर्व सीएम अशोक गहलोत और ओलम्पियन पहलवान सुशील कुमार की मौजूदगी में एक व्यायाम शाला का उद्घाटन भी किया। ऐसे में इस बात की चर्चा उस वक्त भी थी कि पहलवान सीपी गहलोत इस बार पूर्व क्षेत्र से टिकट पर दांव आजमायेंगे।

दरअसल कांग्रेसी नेता गोपाल गहलोत और यशपाल गहलोत के रिश्तों की खटास किसी से छिपी नहीं है। ऐसे में चन्द्रप्रकाश भी सजातीय होने के चलते ताल ठोक रहे है। सीपी गहलोत लम्बे अर्से से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और वर्ष 2002 से करीब करीब 16 साल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भी रहे हैं। ऐसे में वे अपने आपको गम्भीर दावेदार बता रहे हंै। हालांकि उनकी दावेदारी का दारोमदार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पैरवी पर ज्यादा टिका हुआ है।

सूत्रों की माने तो अशोक गहलोत इस बार बीकानेर पूर्व क्षेत्र से विनिंग कैंडिडेट की तलाश में है। ऐसे में ये जरूरी नहीं है कि कांग्रेस माली पर ही दांव लगाए लेकिन अगर माली समुदाय में से चुनाव की बात आई तो सीपी गहलोत भी एक मजबूत विकल्प हो सकते है।

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