महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने #चाइल्डलाइन 1098 प्रतियोगिता लॉन्च की है। इस प्रतियोगिता के तहत सामान्यजनों तथा बच्चों से #चाइल्डलाइन 1098 के लोगो को स्पॉट करने, शेयर करने तथा इसके साथ एक टैगलाइन लिखकर भेजने के लिए कहा गया है। मानव तस्करी के खिलाफ विश्व दिवस (30 जुलाई) के मौके पर इसे आयोजित किया जा रहा है।
चाइल्डलाइन बच्चों की सहायता के लिए एक आपात फोन सेवा है, जो 24 घंटे निशुल्क उपलब्ध है। वर्तमान में यह सेवा 450 स्थानों पर कार्य कर रही है। अकसर रेल सेवा के माध्यम से ही बच्चों की तस्करी होती है। इसे ध्यान में रखते हुए मंत्रालय ने रेल मंत्रालय के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किये हैं। इसके तहत घर से भागे हुए, छोड़ दिए गए, अपहृत बच्चों तथा तस्करी से छुड़ाए गए बच्चों को संरक्षित किया जाएगा और उनका पुनर्वास किया जाएगा। लगभग 2 लाख पोस्टर ट्रेनों में लगाए गए थे। इनमें यात्रियों को अपने आसपास के बच्चों, जिन्हें सहायता की जरूरत है, सावधानी बरतने की सलाह दी गई थी।
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी ने कहा कि ऐसी ऑनलाइन प्रतियोगिताएं नागरिकों से जुड़ने का एक साधन है। इसके माध्यम से तस्करी रोकने से जुड़ी गतिविधियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए उन्हें जोड़ा जा सकता है।
#चाइल्डलाइन 1098 प्रतियोगिता का विवरण मंत्रालय के फेसबुक और ट्वीटर अकाउंट (@MinistryWCD) पर उपलब्ध है। प्रविष्टियों को Creativecorner.mwcd@gmail.com या MyGov पर जमा करने की अंतिम तिथि 30 जुलाई, 2018 है।