बीकानेर। पुरूषोत्तम मास की पूर्णिमा के अवसर पर मंगलवार को दान-पूण्य और धार्मिक अनुष्ठानों की धूम रही। शहरवासियों ने मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की, वहीं तुलादान और वैतरणी के हवन हुए। शहर में अनेक स्थानों पर श्रीमद्भागवत कथाओं में विभिन्न प्रसंगों के माध्यम से ईश वंदना की गई। पंडित सोमनारायण व्यास ने बताया कि मुमुक्षता, मनुष्यता और महापुरुषों का सानिध्य प्राप्त करने के लिए कथाओं का श्रवण और दान-पुण्य करने चाहिए। उन्होंने बताया कि संसार चक्र से मुक्ति पाने और मोक्ष की प्राप्ति के लिए सनातन धर्म में वैतरणी नदी के उद्यापन को विशेष स्थान दिया गया है। वहीं शरीर के कष्ट, दुःख, भय और शोक आदि को दूर करने के लिए तुलादान किये जाते हैं।