राहुल ने किया खुलासा, संबित पात्रा ने लगाए आरोप
नई दिल्ली। नौ हजार करोड़ रुपए के भगौड़े विजय माल्या को लेकर कांग्रेस व भाजपा में तनातनी शुरू हो गई है। देश का पैसा लेकर भागने वाले विजय माल्या से अब दोनों पार्टियां अपना पल्ला झाड़ रही हैं जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर जोरदार हमला बोला है।
दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि वित्त मंत्री एक भगोड़े से बात करते हैं, भगोड़ा उनसे कहता है कि वो लंदन जाने वाला है। वित्त मंत्री इस बात की सूचना इडी, सीबीआई या पुलिस को नहीं देते हैं, आखिर क्यों? राहुल ने कहा, ‘मान लें कि माल्या आपसे थोड़ी देर के लिए ही मिला था, तो आपने सीबीआई, ईडी को क्यों नहीं बताया कि वो भागने जा रहा है, पकडि़ए उसे, ये साफ रूप से मिलीभगत है, निश्चित रुप से एक डील हुई है, वित्त मंत्री को बताना चाहिए कि क्या डील हुई है और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
राहुल गांधी ने इस मामले में पीएम पर भी निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि इस सरकार में प्रधानमंत्री सब कुछ तय करते हैं। उन्होंने कहा, वित्त मंत्री जी हिन्दुस्तान को बताएं कि क्या उन्होंने भगोड़े को हिंदुस्तान से भागने दिया या इसके लिये उनको प्रधानमंत्री जी से आदेश आया था?
कांग्रेस सांसद का दावा
पीएल पुनिया ने कहा कि विजय माल्या के भागने के दो दिन पहले संसद में अरुण जेटली के साथ उनकी लंबी बैठक हुई थी। मैंने यह खुद देखा था। हालांकि, इस पूरे मामले को अरुण जेटली बेबुनियाद बता रहे हैं। कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद पुनिया ने ट्वीट कर कहा, अरुण जेटली झूठ बोल रहे है। मैंने विजय माल्या और अरुण जेटली को संसद के सेंट्रल हॉल में बातचीत करते देखा था। यह देखने से गंभीर वार्ता लग रही थी। हो सकता है कि उसी बातचीत में जेटली ने माल्या को देश छोडऩे की सलाह दी होगी। कहा होगा कि चले जाइए यहां से, यहां की जांच एजेंसी आपके पीछे पड़ी है। चौकीदार न केवल भागीदार बल्कि गुनाहागर भी है। मैंने तो देखा था, जेटली इसका खंडन करें। संसद सदस्य होने के नाते मैं भी वहां सेंट्रल हॉल में था। पूनिया ने कहा कि सेंट्रल हॉल में सीसी टीवी कैमरे लगे हैं बकायदा जांच कर सकते हैं।
वहीं, कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने लिखा, भगौड़ो का साथ, लुटेरों का विकास भाजपा का एकमात्र लक्ष्य है। मोदी जी, छोटा मोदी1, छोटा मोदी2, ‘हमारे मेहुल भाई’,अमित भटनागर जैसों को देश के करोड़ो लुटवा, विदेश भगा दिया। विजय माल्या, तो अरुण जेटली से मिल, विदाई लेकर, देश का पैसा लेकर भाग गया है? चौकीदार नहीं, भागीदार है।
अरुण जेटली ने इस पूरे घटनाक्रम में अपनी सफाई में कहा कि, माल्या का बयान तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है। मैंने 2014 के बाद कभी भी उनको मिलने के लिए समय नहीं दिया। हालांकि, वे राज्यसभा के सदस्य थे और सदन में आते-जाते रहते थे, इसलिए उस विशेषाधिकार का दुरुपयोग किया। जब मैं अपने कक्ष में जाने के लिए सदन से बाहर निकल रहा था, तो वे मेरे पीछे-पीछे आये और कहा कि मैं एक सेटेलमेंट का ऑफर दे रहा हूं। मैंने बातचीत को आगे नहीं बढ़ाया और कहा कि मुझसे बात करने का कोई मतलब नहीं है। आप बैंकरों से बात कीजिए। माल्या ने लंदन में कोर्ट के बाहर पत्रकारों से कहा, मैं देश छोड़कर तब इसलिए गया था, क्योंकि मुझे जेनेवा में एक बैठक में जाना था। जाने से पहले मैं वित्त मंत्री से मिला था। मैंने बैंकों से मामला सलटाने की बात दोहराई थी।
किंगफिशर का असली मालिक माल्या नहीं, गांधी परिवार है
भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को कांग्रेस पर बड़ा हमला बोला। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कालेधन का प्रयोग कर चुके हैं, जबकि उनके परिवार का रिश्ता कोलकाता की एक हवाला कंपनी से है। पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया, राहुल ने पांच हजार करोड़ रुपए का गबन किया है। उनके परिवार ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या की मदद की। माल्या को गांधी परिवार का आशीर्वाद प्राप्त है। बीजेपी प्रवक्ता ने आगे दावा किया, राहुल ने फर्जी कंपनी से लोन लिया था। किंगफिशर मामले में वह बैकफुट पर हैं। ऐसा लगता है कि किंगफिशर कंपनी का मालिक माल्या नहीं, बल्कि गांधी परिवार है। गांधी परिवार ने किंगफिशर एयरलाइन की सेवाओं (बिजनेस क्लास अपग्रेडेशन, मुफ्त टिकटें और अन्य चीजों) के फायदे उठाए, वह भी जनता के सामने हैं।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष को उन्होंने गैर-जिम्मेदाराना बताया। पात्रा बोले, “राहुल ऊल-जलूल ट्वीट करते हैं। उन्होंने इसके अलावा कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम कालेधन के दोस्त, पिता और फिलॉसफर हैं।











