बीकानेर। आपदा प्रबंधन एवं सहायता विभाग के पूर्वानुमानों द्वारा आगामी दिवसों में पश्चिमी राजस्थान में होने वाले मौसम परिवर्तन के संबंध में चेतावनी जिला प्रशासन की ओर से चेतावनी जारी की गई है। इस बारे में और पानी एवं बिजली आपूर्तिए मौसमी बीमारियों की स्थिति के मद्देजनर सोमवार को कार्यवाहक जिला कलक्टटर यशवंत भाकर ने तैयारियों की समीक्षा बैठक ली।
भाकर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इसे ध्यान रखते हुए इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए तथा आमजन में जागरूकता लाई जाए। उन्होंने कहा कि आगामी चार दिनों में संभावित तेज आंधी-तूफान, चक्रवात तथा लू-तापघात आदि की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियां की जाएं। प्रत्येक विभाग अलर्ट रहें तथा आपसी समन्वय रखें। इस दौरान बिना पूर्व अनुमति कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। उन्होंने बताया कि विभिन्न विभागों को इस संबंध में निर्देशित किया गया है।
भाकर ने कहा कि नहरबंदी के बाद अब अगले चार-पांच दिनों में पेयजल आपूर्ति नियमित हो जाए, यह सुनिश्चित किया जाए। इस दौरान उपलब्ध जल का सही वितरण करनेए, ट्यूबवैल दुरस्त रखने,मोटर खराब होने की स्थिति में तुरंत ठीक करवाने के निर्देश दिए। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के डेडिकेटेड फीडरों पर विद्युत की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। शहरी क्षेत्र में अंतिम छोर तक पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए पेयजल सप्लाई के दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की मांग के अनुरूप बिजली आपूर्ति बंद रखी जाए।
लू-तापघात से निपटने के हों पुख्ता प्रबंध
भाकर ने कहा कि वर्तमान में गर्मी के मौसम को देखते हुए लू-तापघात की संभावित स्थिति से निपटने के पुख्ता प्रबंध हों। अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध रहें तथा लू-तापघात से बचने के उपायों के संबंध में आमजन को जागरूक किया जाए। इसकी नियमित समीक्षा हो। जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्थाओं का विशेष ध्यान रखा जाए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) शैलेन्द्र देवड़ा, जोधपुर डिस्कॉम, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, इगानप, पीडब्ल्यूडी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बीकेईएसएल के अधिकारी मौजूद रहे।





