आयोजित होने वाली बैठक में प्रदेश के पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, जिला संगठन प्रभारियों, बोर्ड, निगम, आयोग और अकादमी के अध्यक्षों , यूआईटी अध्यक्षों, मेयर, जिला प्रमुखों, मोर्चोंं के प्रदेशाध्यक्षोंं और प्रदेश संयोजको को बुलाया गया है। कहा गया है कि बैठक में आगामी कार्यक्रमों के बारे में विचार -विमर्श तथा शक्ति केन्द्रों के निर्माण की समीक्षा होगी साथ ही केन्द्र सरकार के कार्यकाल के चार वर्षों पर भी चर्चा होगी।
हालांकि आधिकारिक तौर पर ये ही सूचित किया गया है लेकिन सियासी चर्चा है कि बैठक में प्रदेशाध्यक्ष की ताजपोशी भी हो जाएगी ।
गौरतलब है कि भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष की ताजपोशी को भाजपा के भीतर एकराय नहीं हो पा रही है। केन्द्र और राज्य की पसन्द अलग अलग होना बड़ा कारण माना जा रहा है। गजेन्द्रसिंह शेखावत की लगभग तय हो चुकी नियुक्ति की खबर मीडिया में लीक होने के बाद से ही वसुंधरा खेमे के कुछ नेताओं ने नाराजगी जताई तो कई बड़े नेता दिल्ली की दौड़ धूप करते दिखे थे । मुख्यमंत्री खेमा इसमें काफी हद कामयाब भी रहा कि अशोक परनामी के इस्तीफे के लंबे वक्त बाद भी भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष घोषित नही हो सका है।
अब अरुण चतुर्वेदी के नाम पर दावं खेला गया है। मंगलवार की शाम चतुर्वेदी के घर जिस तरह भाजपा के बड़े नेताओं का मजमा लगा जिसका संकेत उनके पक्ष में माना जा रहा है, लेकिन राजनीति सम्भावनाओं की कला भी मानी गई है ।