बीकानेर : राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र में मंगलवार को राजभाषा कार्यशाला का आयोजन किया गया। योग संबंधी विषय ‘स्वस्थ एवं सुखी जीवन हेतु योग का महत्व‘ पर आयोजित इस कार्यशाला में देवेन्द्र योग संस्थान के मुख्य प्रबंधक डाॅ. देवाराम काकड़ मुख्यवक्ता थे। इस अवसर पर डाॅ. काकड़ ने कहा कि संपूर्ण विश्व आज योग के लिए भारत की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि यदि हमें सकारात्मक बदलाव लाना है तथा न केवल शारीरिक अपितु मानसिक तौर से भी मजबूत बनना है तो योग को अपनाना होगा।
केन्द्र के निदेशक डाॅ. एनवी पाटिल ने कहा कि हम केवल भौतिकता की चकाचौंध में आत्मिक शांति से दूर होते जा रहे हैं, जबकि हमारा असली धन तो यही है। यदि हम शारीरिक, मानसिक या भावुक दृष्टि से स्वस्थ नहीं हैं तो हम सही रूप में स्वस्थ नहीं हैं।
राजभाषा प्रभारी डाॅ. बसंती ज्योत्सना ने कार्यशाला के उद्देश्य एवं महत्व पर प्रकाश डाला।
डाॅ. सुमन्त व्यास ने 21 जून को आयोज्य योग दिवस में केन्द्र की सहभागिता पर अपनी बात रखी।











