बीकानेर। लंबे समय से देशभर के किसान अपनी मांगों को लेकर उद्वेलित है वहीं निराश किसान प्रतिदिन आत्महत्याएं कर रहे हैं, दक्षिण और दक्षिण-मध्य की आत्महत्या की यह प्रवृत्ति हमारे प्रदेश राजस्थान तक पहुंच गई है। सरकारें किसानों के हित की कहती तो सुनाई दती है लेकिन करती नहीं दीखती।
ऐसे में देश के देश भर के निराश किसानों ने “गांव बंद” का निर्णय लिया है। गांव बंद के आज पहले दिन बीकानेर जिले में व्यापक असर देखने को मिला है। अपने इस आह्वान के तहत स्थानीय किसानों ने जहां शहर-कस्बों के लिए दूध-सब्जी की सप्लाई रोक दी है वहीं जिले के सत्तासर, संसारदेसर में दूध को सड़कों पर बहा कर अपना रोष भी जाहिर किया।
विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने जेतसर में दूध-सब्जी लदे वाहनों को लौटा दिया। यह आंदोलन पूरे दस दिनों तक सफलतापूर्वक चला तो शहरों में आपूर्ति पूरी तरह चरमरा जाएगी। प्रशासन को वैकल्पिक व्यवस्था में लग जाना चाहिए।