जिला परिषद सीईओ से जांच करवाने का आग्रह
बीकानेर। ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार किए जाने की बात कोई नई नहीं है लेकिन नोखा पंचायत समिति की एक ग्राम पंचायत ने तो भ्रष्टाचार करने में हदें ही पार कर दी। सरपंच, उपसरपंच और ग्राम सेवक के भ्रष्ट्राचार से परेशान होकर कांकड़ा ग्राम पंचायत के लोगों ने शुक्रवार को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन देकर जांच करवाने का आग्रह किया। कांकड़ा ग्राम पंचायत के बाशिंदों ने बताया कि महिला सरपंच, उपसरपंच रामनिवास और उसके पिता नत्थूराम तथा तत्कालीन ग्राम सेवक कैलाश पंचारिया ने पंचायत क्षेत्र में होने वाले सरकारी कार्यों में लाखों रुपए गबन किए हैं। ग्राम पंचों ने भ्रष्टाचार किए जाने का विरोध किया लेकिन आरोपियों ने अपने रसूख के चलते किसी की नहीं सुनी। गांववासियों के मुताबिक ग्राम पंचायत क्षेत्र में एसएफसी टीएफसी योजना के तहत हुए विभिन्न कार्यों में दर्जनों ऐसे श्रमिक लगाए गए जो उसी समयावधि 1 मार्च से 30 मई-2017 तक नरेगा कार्य में भी कार्यरत थे। एसएफसी टीएफसी कार्यों का टेण्डर गुपचुप तरीके से उपसरपंच के पिता नत्थूराम की फर्म विष्णु कंस्ट्रक्शन कम्पनी को दे दिया गया।
ठेकेदार ने अपने परिवार के सदस्यों को श्रमिक बताकर उनका भुगतान उठा लिया। इनके अलावा घटिया किस्म के पाइप बिछाए गए हैं। पाइप लाइन के लिए जेसीबी से खुदाई कार्य करवाया गया और श्रमिकों के नाम से भुगतान उठाया गया। सीसी रोड में जो ब्लॉक लगाए गए हैं, वह घटिया किस्म के हैं। रोड की चौड़ाई और लम्बाई भी कार्यनुसार पूरी नहीं रखी गई। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि इन कार्यों के अलावा बहुत से ऐसे कार्य हैं जिनमें भ्रष्टाचार की बू आ रही है। उन्होंने सीईओ से प्रकरण की जांच करवाने और दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।










